चंडीगढ़: ड्रग्स पर अंकुश की दिशा मे चंडीगढ़ पुलिस की कार्रवाई संतोषजनक, चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय की समीक्षा के दौरान पंजाब के राज्यपाल/यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने कहा

चंडीगढ़। पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया ने विभिन्न पुलिस इकाइयों के कामकाज की व्यापक समीक्षा करने के लिए ‘चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय’ का दौरा किया। यात्रा के दौरान उन्होंने बल के भीतर कुशल कार्य और समन्वय बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया।
उक्त अवसर पर चंडीगढ़ के DGP सुरेंद्र सिंह यादव, चंडीगढ़ के IG आर के सिंह व सुरक्षा एसएसपी/यूटी तथा SP/अपराध सहित अन्य सभी पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
श्री कटारिया के इस यात्रा का उद्देश्य कानून और व्यवस्था बनाये रखने, सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने, यातायात प्रबंधन और क्षेत्र की बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने मे शहर के पुलिस बल की परिचालन दक्षता व प्रभावशीलता का आंकलन करना था।
उस दौरान श्री कटारिया को प्रत्येक इकाई के प्रदर्शन, चुनौतियों और उपलब्धियों पर एक विस्तृत प्रस्तुति और जानकारी दी गई। इसमे अपराध जांच, यातायात प्रबंधन, कानून प्रवर्तन और सामुदायिक आउटरीच जैसी विभिन्न शाखाओं द्वारा किये गए कार्य शामिल थे। अपराध को कम करने, यातायात के प्रवाह को प्रबंधित करने और समुदाय के साथ बेहतर संबंधों को बढ़ावा देने मे उनके प्रयासों को प्रदर्शित करते हुए प्रत्येक इकाई के योगदान पर प्रकाश डाला गया।
उक्त अवसर पर श्री कटारिया को जटिल मामलों, विशेषकर- साइबर अपराध और मादक पदार्थो की तस्करी जैसी क्षेत्रों को सुलझाने मे हाल की सफलता के बारे मे जानकारी दी गई। इन बाधाओं को दूर करने की योजना के साथ-साथ अपराध की बढ़ती जटिलता और अधिक विशिष्ट संसाधनों की आवश्यकता जैसी चुनौतियों पर भी ध्यान दिया गया।
अवसर पर श्री कटारिया ने आपराधिक मामलों मे सजा दर मे सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने भविष्य के अभियोजन को मजबूत करने लिए पिछले निर्णयों की समीक्षा करने और दोषमुक्ति के पीछे के कारणों का विश्लेषण करने के  महत्व पर प्रकाश डाला। श्री कटारिया  ने शहर मे ब्लैक स्पॉट की संख्या कम करने मे यातायात पुलिस के प्रयासों की सराहना की। अवसर पर टीम ने पैदल यात्रियों की सुरक्षा, यातायात भीड़ और पार्किंग प्रबंधन से संबंधित बढ़ती चिंताओं को दूर करने के उद्देश्य से पहल भी प्रस्तुत की।
संबोधन के दौरान श्री कटारिया ने शहर मे कानून-व्यवस्था बनाये रखने मे चंडीगढ़ पुलिस के प्रयासों की सराहना की। साथ ही उन्होंने घरेलू हिंसा व असामाजिक व्यवहार जैसे मुद्दों से निपटने मे सक्रिय दृष्टिकोण के लिए भी सराहना व्यक्त की।
अवसर पर श्री कटारिया ने एनडीपीएस (नार्कोटिक्स ड्रग्स एंड सैकोट्रोपिक सब्सेंस) मामलों मे बढ़ती सजा के    लिए सराहना व्यक्त की। उन्होंने नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों से निपटने मे चंडीगढ़ पुलिस के प्रयासों की सराहना की और पुलिस कर्मियों को नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ अपनी लड़ाई को मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित किया। उनकी प्रेरणा का उद्देश्य नशा मुक्त और सुरक्षित समाज सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल के समर्पण को बढ़ाना था।
श्री कटारिया ने जागरूकता अभियान, अपराध रोकथाम कार्यशालाएं और युवा आउटरीच कार्यक्रमों जैसे समुदाय के साथ जुड़ने पर केंद्रित पहलों पर विशेष ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और अधिक सहयोगी वातावरण बनाने के लिये महत्वपूर्ण हैं।
अवसर पर श्री कटारिया अपने संचालन मे प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने की चंडीगढ़ पुलिस की पहल से प्रभावित हुए।
उक्त अवसर पर श्री कटारिया ने अत्याधुनिक फोरेंसिक उपकरणों से सुसज्जित नई फोरेंसिक जांच वैन को हरी झंडी दिखाई, जो पुलिस को सबूत इकट्ठा करने, अपराध दृश्यों पर कार्रवाई करने और घटना के स्थान पर सीधे जांच करने की अनुमति देगा।
अवसर पर कटारिया ने केंद्रीय मालखाना का भी उद्दघाटन किया। साथ ही नए आपराधिक कानूनों पर एक पुस्तक के अनावरण के अलावा चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस कैलेंडर का अनावरण भी किया।