नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने CISF में दिल्ली में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत एक महिला को शादी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार, ब्लैकमेल व 28 लाख रुपये की ठगी करने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि पीड़िता की इस शिकायत पर पहले दिल्ली पुलिस की टीम आरोपी को पकड़ने पटना गई थी, तो आरोपी ने अपने 30-40 साथियों में साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमला किया। फिर पुलिस टीम को एक कमरे में बंदकर, आरोपी फरार हो गया था। ऐसे में आरोपी की गिरफ्तारी निःसंदेह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (AEKC) के ACP सुशील कुमार के निर्देशन तथा इंस्पेक्टर विकास राणा के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में W/SI मंजू, SI श्याम बिहारी शरण, थानेदार संजीव, हेड कांस्टेबल दीपक त्यागी, अनुज, कांस्टेबल जितेंद्र और निशांत शामिल थे।
झारखंड के हजारीबाग इलाके से पुलिस टीम द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद धरे गए अपराधी की पहचान 28 वर्षीय दीपक कुमार, पुत्र राधे श्याम शर्मा, निवासी नाथकहर्षा, पोस्ट निरंजनपुर, थाना मेहडिया, जिला अरवल (बिहार) के रूप में हुई है।
खबर के अनुसार आरोपी का एक ऑनलाइन वैवाहिक पोर्टल पर पीड़िता से संपर्क हुआ था। आरोपी ने पीड़िता को बताया की वह भारतीय सेना में मेजर है और उससे शादी करना चाहता है। पीड़िता ने भी शादी के लिये हामी भर दी। आरोपी ने पीड़िता से कहा कि वह शादी कुछ माह बाद करेगा। पीड़िता राजी हो गई। जल्द दोनो के बीच अंतरंग संबंध भी कायम हो गए। इसी दौरान आरोपी ने पीड़िता से उसके भाई व अन्य रिश्तेदारों को भारतीय सेना व बिहार पुलिस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 28 लाख रुपये भी ठग लिए। कुछ समय बाद पीड़िता द्वारा शादी के लिये बार बार दबाव डालने के बावजूद आरोपी शादी के लिए राजी नही हुआ और पैसे लेने के बाद उसने पीड़िता के किसी रिश्तेदार को नौकरी भी न लगवाए, तो पीड़िता को अपने साथ ठगी का अहसास हुआ। फिर पीड़िता ने सख्ती दिखाई, तो आरोपी ने अंतरंगता के दौरान जो वीडियो व तस्वीर लिए थे, उसका भय दिखाकर पीड़िता को धमकाया कि पुलिस में शिकायत करोगी, तो यह सभी तस्वीरें वह सोशल साइट्स पर वायरल कर देगा। पर इस धमकी से पीड़िता डरी नही और वह इस बाबत आरोपी के खिलाफ दिल्ली के द्वारका डिस्ट्रिक्ट स्थित बिंदापुर थाने में मुकदमा दर्ज करा दी।
आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद बिंदापुर थाने की पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिये जब पटना पहुंची, तो आरोपी ने अपने साथियों की मदद से पुलिस पार्टी पर हमला कर, उन्हें बंधक बना लिया। फिर आरोपी फरार हो गया था। बाद में इस मामले में दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने इसे भगोड़ा घोषित कर दिया था।
पुलिस सूत्र के अनुसार आरोपी के खिलाफ बिहार के विभिन्न थानों में 3 आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं। इसके अलावा यह बिहार के मेहडिया थाने में दर्ज एक मामले में वांटेड भी था।
बहरहाल मामले की तफ्तीश जारी है।