– सनंत सिंह(वरिष्ठ पत्रकार)
नई दिल्ली। रेलवे ने यात्रियों की सुविधाओं के लिए कई आरक्षण केंद्र एवं कायदे कानून बनाये हैं, लेकिन इसका लाभ आम तौर पर यात्रियों को नहीं मिल पाता है या फिर इसके लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
इसका एक मिसाल देखिये। अगर आपके आरक्षित टिकट में नियमों के अधीन कोई सुधार जरुरी है, तो यह सिर्फ नयी दिल्ली स्टेशन स्थित आरक्षण केंद्र से ही संभव है। ये सुविधायें आनंद विहार, निजामुद्दीन सहित राजधानी दिल्ली के अन्य आरक्षण केंद्रों पर संभव नहीं है।
खासकर इस कोरोना संकट में जब यात्रियों से विस्तृत जानकारी ली जाती है। यह बेहद संवेदनशील हो जाता है। उदहारण के तौर पर अगर यात्री का नाम राम के बदले रमा लिखा गया हो और उम्र, सेक्स, ब्लडग्रुप या अन्य कोई मामूली परिवर्तन की आवश्यकता हो तो यह हर केंद्रों पर ठीक नहीं हो सकता है।अगर आपने ई टिकट लिया है,तो इसकी सारी जिम्मेदारी यात्री पर थौप दिया जाता है। इस व्यवस्था से कई बार बिकट स्थिति में समस्याएं खड़ी हो जाती है।
दिल्ली के आनंद विहार रेलवे आरक्षण केंद्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर आज इस आशय की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन मामूली संशोधनों के लिए यात्रियों को प्रायः टिकट कैंसिल करना पड़ता है, जिससे वेवजह उनके कुछ पैसे कट जाते हैं।