नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने राजधानी के सरोजिनी नगर थाना इलाके में घटित बहुचर्चित ‘गृह डकैती कांड’ का खुलासा मात्र 36 घंटे के अंदर करते हुए, लुटे गए सामानों की बरामदगी के साथ वारदात के मास्टरमाइंड सहित दो अन्य लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए लुटेरों से कुछ अन्य मामलों के खुलासे की खबर भी आ रही है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी IPS गौरव शर्मा के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP अभिनेन्द्र जैन के निर्देशन तथा अबतक 70 से ज्यादा सनसनीखेज मामलों का खुलासा कर चुके डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर राकेश शर्मा के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार व सब इंस्पेक्टर अनुज कुमार सहित करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
पकड़े गए शातिर लुटेरों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड मोहम्मद आसिफ उर्फ चीता, पुत्र ज़हीर, निवासी निज़ामुद्दीन (दिल्ली), 20 वर्षीय शुभम उर्फ तुनवा, पुत्र दीपक गिरी, निवासी सेक्टर 13, आर के पुरम (दिल्ली) और 41 वर्षीय मोहम्मद शरीफुल मुल्ला, पुत्र मोहम्मद जायब मुल्ला, निवासी गली नंबर 7, जोगबाई एक्सटेंशन, जामिया नगर (दिल्ली) के रूप में हुई है।
धरे गए खतरनाक लुटेरों की जहां तक आपराधिक फेहरिस्त की बात है, इनमे गिरोह सरगना मोहम्मद आसिफ के खिलाफ विभिन्न थानों में करीब आधा दर्जन संगीन मामले पहले से दर्ज हैं। जबकि शुभम के खिलाफ दो मामले पहले से दर्ज हैं।
बता दें कि यह वही लुटेरे हैं, जिन्होंने 14 दिसंबर को राजधानी के सरोजिनी नगर इलाके में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में CEO के पद पर कार्यरत एक शख्स के घर पर गृह-डकैती की घटना को अंजाम दिया था।
पकड़े गए लुटेरों से डकैती के सामानों की बरामदगी के साथ एक पिस्टल, जिंदा कारतूस व वारदात के दौरान इस्तेमाल स्कूटी की बरामदगी भी हो गई है।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।