दिल्ली: लुटे गए सामानों की बरामदगी के साथ 12 घंटे के अंदर खुला ‘बहुचर्चित डॉक्टर लूटकांड’, नॉर्थ वेस्ट की DCP उषा रंगनानी के मार्गदर्शन में Ps आदर्श नगर SHO शैलेंद्र सिंह जाखड़, इंस्पेक्टर अमित व राजेंद्र डबास की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मात्र 12 घंटे के अंदर राजधानी में घटित बहुचर्चित ‘डॉक्टर लूटकांड’ का खुलासा करते हुए, लुटे गए सभी सामानों व वारदात में इस्तेमाल वाहन और घातक हथियारों की बरामदगी के साथ वारदात में संलिप्त सभी लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी उषा रंगनानी के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP सतीश दहिया व जहांगीरपुरी सब डिवीजन के ACP तिलक चंद बिष्ट के संयुक्त निर्देशन तथा अबतक 70 से ज्यादा सनसनीखेज मामलों का खुलासा कर चुके आदर्श नगर थाने के SHO इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह जाखड़ व इंस्पेक्टर अमित कुमार के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह डबास, सब इंस्पेक्टर विनय, आनंद, दिनेश बेनीवाल, कुलदीप, विजेंद्र नागर, थानेदार जितेंद्र, हेड कांस्टेबल विशाल, देवेंद्र, कांस्टेबल मुकेश, अरुण, प्रदीप, अंकुश, इंद्रराज, राहुल, मनजीत और सुनील शामिल थे। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
पकड़े गए चारों शातिर लुटेरों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड 35 वर्षीय राहुल, पुत्र रवि कुमार, निवासी झुग्गी नंबर N- 16/138, संजय बस्ती, तिमारपुर (दिल्ली), 40 वर्षीय वेद प्रकाश, पुत्र ज्ञान सिंह, निवासी A- 314, गली नंबर 3, पार्ट 2, मुकुंदपुर (दिल्ली), 19 वर्षीय अंश उर्फ सोमपाल, पुत्र मनोज पाल, निवासी N- 16A/130, संजय बस्ती, तिमारपुर (दिल्ली) और 20 वर्षीय रोहित उर्फ तुल्ला, पुत्र हरीश कुमार, निवासी झुग्गी नंबर 1846, संजय बस्ती, तिमारपुर (दिल्ली) के रूप में हुई है।

SHO इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह जाखड़ (मेहनत रंग लाई)

पकड़े गए खतरनाक लुटेरों की जहां तक आपराधिक फेहरिस्त की बात है, इनमे गिरोह के मास्टरमाइंड राहुल पर राजधानी के विभिन्न थानों में पहले से कई संगीन मामले दर्ज हैं।
बता दें कि यह वही लुटेरे हैं, जिन्होंने 16 फरवरी की रात करीब साढ़े आठ बजें Ps आदर्श नगर इलाके में स्थित ‘चाइल्ड केअर क्लिनिक’ में दाखिल होकर पिस्टल की नोक पर 50 वर्षीया एक महिला डॉक्टर के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया था, जब महिला डॉक्टर क्लिनिक में मौजूद थी।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।