नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने तमंचे व बटनदार चाकू की नोक पर यात्रियों से लूटपाट/चोरी करने वाले ‘टीएसआर लुटेरा गिरोह’ के सरगना सौतम को गिरोह के दो अन्य प्रमुख सदस्यों योगेश और सैंकी उर्फ रिंकू के साथ गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से इनके द्वारा वारदात के दौरान इस्तेमाल एक टीएसआर, एक देशी तमंचा, एक जिंदा कारतूस व दो बटनदार चाकू की बरामदगी के साथ लूटपाट/चोरी के करीब आधा दर्जन मामलों के खुलासे की खबर है।
यह कामयाबी मिली है, लाजपतनगर सब डिवीजन के ACP मनोज कुमार सिन्हा के निर्देशन तथा लाजपतनगर थाने के SHO इंस्पेक्टर धर्मदेव के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर राजीव गौतम, हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार, गंगाशरण व कांस्टेबल राजपाल शामिल थे। पुलिस टीम ने तीनों आरोपियों को बीआरटी रोड, निकट लाजपतनगर मेट्रो स्टेशन से उस वक्त गिरफ्तार किया, जब यह तीनों आरोपी एक टीएसआर में साथ सवार थे। गिरफ्तारी के वक्त यह लूटपाट के लिए अपने शिकार(सवारी) की तलाश में थे।
पुलिस टीम के हत्थे चढ़े तीनो अपराधियों में गिरोह का मास्टरमाइंड 28 वर्षीय सौतम उर्फ संतोष, पुत्र गोविंद दिल्ली के नेबसराय इलाके में एक किराए के मकान में रहता था। मात्र 10 कक्षा तक पढ़ाई कर रखे इस अपराधी पर पहले से दो मुकदमे दर्ज हैं। पीछे से यह गांव राउजा, थाना पटेरा, जिला दमोह(मध्यप्रदेश) का रहने वाला है। पेशे से यह टीएसआर(ऑटो) ड्राइवर है। जबकि 31 वर्षीय योगेश, पुत्र जवाहरलाल, निवासी नेबसराय(दिल्ली) पर पहले से 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पीछे से यह भोटाम, जिला कन्नौज(यूपी) का रहने वाला है। पेशे से ऑटो ड्राइवर इस अपराधी ने 10 वीं कक्षा तक पढ़ाई कर रखी है। वहीं 26 वर्षीय सैंकी उर्फ रिंकू, पुत्र महेश झा, निवासी तिगड़ी(दिल्ली) पर पहले से चोरी के तीन मुकदमें दर्ज हैं। इसने पांचवी कक्षा तक पढ़ाई कर रखी है।
बता दें कि यह ऑटो लुटेरा गिरोह पहले शिकार(सवारी) को अपनी टीएसआर में बैठाते थे। फिर उपयुक्त अवसर देखकर शिकार का सामान लूट/चोरी कर लेते थे।
बहरहाल पुलिस तफ्तीश जारी है।