नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा किया है, जो 5 जी एक्टिवेशन, क्रेडिट कार्ड्स सहित अन्य सेवाओं के बहाने देश के भोले-भाले लोगों के साथ ठगी कर, उन्हें अपना शिकार बनाता था।
ठगी में संलिप्त पकड़े गए अन्तर्राज्यीय ठगों से वारदात में इस्तेमाल लैपटॉप, स्वीप मशीन, मोबाइल फोन, विभिन्न नाम से लिये गए सिम कार्ड्स, फेंक एकाउंट्स व विभिन्न बैंकों के डेबिट कार्ड्स की बरामदगी हुई है। इसके अलावा आरोपियों के पास से कुछ महंगी लग्जरी कारों की जब्ती भी हुई है, जो ठगी के पैसों से खरीदे गए थे। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर IPS संजय अरोड़ा के मार्गदर्शन, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (AGS) के ACP नरेश यादव के निर्देशन तथा इंस्पेक्टर पवन कुमार व इंस्पेक्टर राकेश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में थानेदार गोबिंद, वीरेंद्र, कुलदीप, राजेश, हेड कांस्टेबल राहुल, विकास और कांस्टेबल अशोक शामिल थे। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
राजधानी के द्वारका इलाके से गिरफ्तार अन्तर्राज्यीय ठग गिरोह के आरोपियों की पहचान 22 वर्षीय मोहम्मद जाहिद, पुत्र अब्दुल कादिर, निवासी RZ-27, दिचाऊं कलां, दिचाऊं एन्क्लेव, नजफगढ़ (दिल्ली), 32 वर्षीय पवन सिंह, पुत्र दिनेश सिंह, निवासी RZ-121, जेल कॉलोनी, उत्तमनगर (दिल्ली) और 32 वर्षीय रवि मित्तल, पुत्र जगदीश राय मित्तल, निवासी वार्ड नंबर 4, निकट पब्लिक स्कूल, मंडी डबवाली, सिरसा (हरियाणा) के रूप में हुई है।
बता दें कि धरे गए अपराधियों में जाहिद व पवन सिंह के खिलाफ पहले से ठगी के मामले दर्ज हैं।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।