दिल्ली: क्राइम ब्रांच(SIU) के हत्थे चढ़े तीन शातिर गुरुघंटाल से खुलेंगे कई राज!

  • नई दिल्ली। नगर निगम का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाकर बेचने वाले गिरोह के खुलासे के बाद अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच(SIU) की टीम यह पता करने में जुटी है, कि धंधे में इस गिरोह के अलावा दूसरे गिरोह कौन सक्रिय हैं। संभव है कि जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, जो इस तरह के गोरखधंधे में लिप्त हैं।
    बता दें कि हाल ही में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की स्पेशल इन्वेस्टीगेशन यूनिट(SIU) के तेज-तर्रार एसीपी संदीप लांबा के निर्देशन तथा इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम ने नगर निगम का फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाकर बेचने वाले गिरोह का खुलासा कर, गोरखधंधे में संलिप्त तीन शातिर गुरुघंटालों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर लछमन, ASI जोगेंद्र, हेड कांस्टेबल सुबोध, हेड कांस्टेबल बृजेश व हेड कांस्टेबल बलराज शामिल थे।

    (इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार सिंह)

    सूत्र के अनुसार हत्थे चढ़े आरोपियों से पूछताछ में कई राज खुले हैं, जो राजधानी से इस तरह के अन्य नेटवर्क के सफाये में दिल्ली पुलिस के लिये अहम सुराग बन सकते हैं।
    पकड़े गए आरोपियों की पहचान राजीव कुमार उर्फ राजू, पुत्र सीताराम महतो, निवासी मकान नम्बर L-1/997, गली नम्बर 21, संगम विहार(दिल्ली), अनुपम उर्फ अनु, पुत्र सज्जन कुमार, निवासी मकान नम्बर 8/217, संगम विहार(दिल्ली) और करण, पुत्र सरबजीत सिंह, निवासी मकान नम्बर C-39/2, न्यू गोविंदपुरा, कृष्णा नगर(दिल्ली) के रूप में हुई है। इनमे गिरोह का मास्टरमाइंड करण बताया जाता है।
    गोरखधंधे में करीब चार साल से सक्रिय यह आरोपी हूबहू निगम के जन्म प्रमाण जैसे फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाते थे और 1500 से 2000 रुपये में बेचते थे। सूत्र की माने, तो यह आरोपी अबतक हजार से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बेच चुके हैं।
    बहरहाल पुलिस तफ्तीश जारी है।

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