पूर्व श्रीलंकाई कप्तान अर्जुन रणतुंगा पर लगा यौन उत्पीड़न का आरोप

दिल्ली। तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर को लेकर किए गए खुलासों के बाद से देश भर में ‘MeToo’ मूवमेंट पूरी रफ्तार पकड़ चुका है। कई बड़ी हस्तियों के लगातार नाम सामने आ रहे हैं और इससे खेल जगत भी अछूता नहीं है। एक तरफ जहां फुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो पर लगातार चार महिलाओं ने बलात्कार व यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं, वहीं अब क्रिकेट जगत से भी एक नाम सामने आया है। एक भारतीय एयर होस्टेस ने श्रीलंका के पूर्व दिग्गज विश्व विजेता कप्तान और फिलहाल श्रीलंका सरकार में मंत्री अर्जुन रणतुंगा पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

इस एयरहोस्टेस ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि 1996 विश्व कप विजेता श्रीलंकाई टीम के कप्तान व श्रीलंका के पेट्रोलियम रिसोर्स डेवलेपमेंट मिनिस्टर अर्जुन रणतुंगा ने अपने एक भारत दौरे के समय उन्हें कमर से पकड़ा था। इस महिला के मुताबिक वो रणतुंगा के पैर पर अपना पैर मारते हुए चिल्लाईं और भागकर होटल रिसेप्शन पर गईं लेकिन होटल के रिसेप्शनिस्ट ने कहा कि, ‘ये आपका निजी मामला है’ और उनकी मदद की गुजारिश को नजरअंदाज कर दिया।

इस महिला ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ‘मेरी एक दोस्त ने जूहू मुंबई के सेंटॉर होटल की एलीवेटर में भारतीय व श्रीलंकाई क्रिकेटरों को देखा और उनसे मिलकर ऑटोग्राफ लेने का फैसला लिया। मुझे उसकी सुरक्षा की चिंता थी इसलिए मैं उसके साथ गई। हमे ड्रिंक्स ऑफर की गईं लेकिन मैंने मना कर दिया और अपनी पानी की बोतल से संतुष्ट थी। वो 7 थे और हम 2, उन्होंने कमरा अंदर से बंद कर लिया था। मैं असहज हो रही थी और मैंने अपनी दोस्त से अपने कमरे में लौटने के लिए कहा।’

उन्होंने आगे लिखा, ‘वो नहीं मानी और पूल साइड पर टहलने के लिए जाना चाहती थी। उस समय शाम के 7 बज रहे थे। पूल तक जाने के लिए होटल के पीछे के अंधेरे गलियारे से गुजरना था। मैंने उसको (अपनी दोस्त) ढूंढने के लिए पीछे देखा लेकिन वो और भारतीय क्रिकेटर पीछे नहीं थे। रणतुंगा ने मुझे कमर से पकड़ा, मेरे ब्रेस्ट के करीब गलत तरह से पकड़ा, मैं डरकर तेज चिल्लाई और उसके पैर पर मारा।

मैंने उसे पासपोर्ट रद्द करवाने और पुलिस से शिकायत करने जैसी कई चेतावनी दीं क्योंकि वो एक श्रीलंकाई था जो एक भारतीय के साथ बदतमीजी कर रहा था। बिना कोई समय बर्बाद किए मैं होटल रिसेप्शन की ओर भागी और तेज आवाज में चिल्लाती रही। रिसेप्शन पर मुझसे कहा गया कि ये आपका निजी मामला है और वो मेरी मदद नहीं कर सकते।’

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