बिहार चुनाव में मिथिला के लोग दिशा तय करेंगे: पाठक

मधुबनी,24 जून 2020(एजेंसी)।प्रसिद्ध समाजसेवी एवं कई राष्ट्रीय जनांदोलनों के अगुवा रहे अरविन्द पाठक ने आज कहा कि मिथिलावादी पार्टियां इस बार बिहार में सत्ता तय करेगी।
श्री पाठक ने यह बात यहां एक इंटरव्यू में कही।उन्होंने कहा कि बाबू जानकी नंदन सिंह के बाद पहली बार मिथिलावादी पार्टियां एक जुट होकर इस बार विधान सभा चुनाव में उतरने जा रही है और मिथिला की सभी 108 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है।यह बहुत बड़ी चीज है।
मैथिली भाषा को संवैधानिक दर्जा दिलाने से लेकर पृथक मिथिला राज्य की मांग को लेकर चल रहे आंदोलनों में अग्रणी भूमिका अदा करने वाले श्री पाठक ने कहा कि मिथिलावादियों के चुनावी जंग में कूदने से मिथिला को वोट बैंक समझने वाले सियासी दलों का समीकरण गड़बड़ा गया है।
वर्षो तक ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन के बैनर तले युवाओं को सत्ता में पर्याप्त भागीदारी देने की मांग को लेकर आंदोलन चलाने वाले श्री पाठक ने कहा कि मीडिया में आ रही खबरों के मुताविक मिथिलावादी दलों ने 50 से अधिक सीटों पर प्रत्याशियों के नाम भी तय कर लिया है और उन्हें कई क्षेत्रीय दलों का समर्थन भी मिल रहा है।
दिल्ली विधान सभा चुनाव के दौरान पूर्वान्चल के वोट को एकजूट करने में अहम् भूमिका अदा करने वाले श्री पाठक ने कहा कि यह बात सही है कि मिथिलावादी पार्टियां उतनी मजबूत नहीं है,जो अधिक से अधिक सीटें जीत पाएं,लेकिन बिहार के सियासी दलों के बीच सत्ता के खेल को बिगाड़ने में पूरी तरह सक्षम है,क्योंकि उन्हें मिथिला से थौक में सीटें मिलती रही है।