बिहार में दोनो गठबंधनों में सीट शेयरिंग का फार्मूला लगभग तय, जल्द घोषणा

  • डॉ.समरेन्द्र पाठक

(वरिष्ठ पत्रकार एवं चिंतक)

पटना(एजेंसी)। बिहार में विधान सभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान होने के साथ ही दोनों गठबंधनों जदयू-भाजपा-लोजपा-हम एवं राजद-कांग्रेस-वाम दलों के बीच सीट शेयरिंग का मसला अगले दो-तीन दिनों में क्लियर होने के संकेत हैं।
इसके साथ ही ऐसा संकेत है, कि मुकेश सहनी की अगुवाई वाली पार्टी वीआईपी भी महागठबंधन से आउट होगी, जबकि चिराग पासवान की अगुवाई वाली पार्टी लोजपा एनडीए में बनी रहेगी।
महागठबंधन का प्रमुख दल राजद उपेन्द्र कुशवाहा, मुकेश सहनी एवं पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय की काट के लिए इन जातियों से कद्दावर चेहरे को उतारने में लगा है।
सूत्रों ने यहां बताया कि एनडीए के घटक दलों जदयू एवं भाजपा 100-100, लोजपा- 35 एवं हम-8 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। इसके साथ ही इस बार न कोई बड़ा भाई होगा न कोई छोटा, बल्कि सभी भाई-भाई होंगे।

सूत्रों ने बताया कि जदयू एवं भाजपा अपनी पिछली चुनाव में जीती सीटों को बरकरार रखते हुए सीट शेयरिंग करेगी और लोजपा को अधिकांश आरक्षित सीटें दी जायेगी। हम को भी उसके प्रभाव वाले इलाके तक सीमित रखा जायेगा।
महागठबंधन के घटक राजद-170, कांग्रेस-35, तीनों वाम दल-35 एवं रांकपा-3 सीटों पर लड़ने के संकेत है। रालोसपा एवं वीआईपी पिछले लोक सभा चुनाव में घटक दलों के पक्ष में वोट ट्रांसफर नहीं करा पायी थी और वर्तमान में इन जातियों के कई कद्दावर नेता हर दल में है।
सूत्रों ने बताया कि राजद एवं कांग्रेस अपनी जीती हुई सीटें कायम रखेगी तथा बाक़ी सीटों की शेयरिंग करेगी। राजद उत्तर बिहार की अधिकांश सीटों पर जदयू से सीधा टक्कर लेगा।कांग्रेस एवं वाम दलों को भाजपा एवं हम से मुकावला के लिए छोड़ेगा।
सूत्रों ने यह भी बताया कि राजद अपने हिस्से से 30 से 40 सीटों पर अगड़ी जाति से प्रत्याशी उतारने के मूड में है, ताकि नीतीश से नाराज अगड़ी जाति के मतदाता भाजपा के जरिये उन्हें साथ न दे पाए। ऐसी कई सीटें चिन्हित की गयी है।
सूत्रों ने बताया कि दोनों ही ध्रुव महागठबंधन एवं एनडीए इस कोशिश में है कि एक-एक सीट पर दमदार प्रत्याशी उतारे जाय, ताकि कोई चूक नहीं रह जाय।इसके साथ ही टिकटों की खरीद फरोख्त एवं बन्दर बाँट पर रोक लग सके।
इसके अलावा राज्य के कई महारथी अलग अलग मैदान में कूदने को आतूर हैं, इनमें जाप प्रमुख पप्पू यादव, पूर्व मंत्रियों सर्वश्री जसवंत सिन्हा, नागमणि एवं देवेन्द्र यादव, पूर्व सांसदों सर्वश्री प्रो.रंजन यादव, डॉ.अरुण कुमार, डॉ.रेणु कुशवाहा एवं पूर्णमासी राम शामिल हैं।एल.एस।