दिल्ली: चरस की भारी खेप के साथ नेपाली मूल के दो अन्तर्राज्यीय ड्रग तस्कर गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (नारकोटिक्स सेल) के प्रभारी इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र की टीम ने धरा

नई दिल्ली। नेपाल से चरस लाकर उसे दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करने वाले गैंग का दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की नारकोटिक्स सेल ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनो आरोपियों की पहचान नीरज कुमार और शिव कुमार के रूप में की गई है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में दोनो आरोपी

पुलिस टीम की हत्थे चढ़े दोनों सगे भाई लक्ष्मी नगर में किराए के मकान में रहते हैं। पुलिस को चकमा देने के लिए वह शाम को मोमोज बेचते थे। वहीं दिन के समय वह करते थे,चरस की सप्लाई।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह कॉलेज के छात्रों एवं प्रोफेशनल को चरस सप्लाई करते थे। दिल्ली के होटलों में आने वाले लोगों को भी वह ड्रग्स देते थे। इसके अलावा वह लक्ष्मी नगर, सिविल लाइन्स, कालकाजी, कोटला मुबारक पुर, ग्रेटर कैलाश, मुनिरका, आश्रम, कैलाश कॉलोनी, मालवीय नगर आदि जगह पर भी चरस पहुंचाते थे।

इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र

पुलिस ने इनके पास से 5 किलो चरस बरामद की है। वह गुरुग्राम एवं नोएडा तक चरस की सप्लाई करते थे।
डीसीपी राकेश पवरिया के अनुसार मादक पदार्थ की तस्करी को लेकर नारकोटिक्स ब्रांच की टीम काम कर रही थी। हाल ही में एएसआई सुभाष को सूचना मिली कि नीरज और शिवा चरस की तस्करी में लिप्त हैं। इस जानकारी पर इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र की टीम ने अंगद नगर में छापा मारकर दोनों नेपाली नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया। इनके घर से पांच किलो चरस बरामद हुई है। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों रुपये बताई गई है। इसे लेकर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह दोनो आरोपी नेपाल से चरस लाकर करते थे, सप्लाई।
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2018 में वह नौकरी की तलाश में दिल्ली आए थे। वह पहले गुरुग्राम के एक होटल में काम करते थे। इसके बाद छतरपुर के ढाबे में उन्होंने काम किया। इस दौरान वह साकेत में रहते थे। कुछ समय बाद वह कोटला मुबारकपुर चले गए, जहां उन्हें एक नेपाली नागरिक मिला। उसकी मदद से वह चरस की तस्करी करने लगे।
आरोपियों के अनुसार वह यूपी के सुनौली बॉर्डर से चरस लेकर आते थे। कई बार ड्रग्स तस्कर भी उन्हें चरस की सप्लाई करने दिल्ली आते थे। यह छात्रों से लेकर प्रोफेशनल तक को सप्लाई करते थे।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह कॉलेज के छात्रों एवं प्रोफेशनल को चरस सप्लाई करते थे। दिल्ली के होटलों में आने वाले लोगों को भी वह ड्रग्स देते थे। इसके अलावा वह लक्ष्मी नगर, सिविल लाइन्स, कालकाजी, कोटला मुबारक पुर, ग्रेटर कैलाश, मुनिरका, आश्रम, कैलाश कॉलोनी, मालवीय नगर आदि जगह पर भी चरस पहुंचाते थे। वह दस ग्राम चरस को तीन से चार हजार रुपये में बेचते थे। अपने इस काम को छिपाने के लिए वह शाम को मोमोज बेचते थे। एक साल से कर रहे थे चरस का धंधा।
दोनो आरोपी नीरज कुमार और उसका भाई शिव कुमार नेपाल के सोहलै जिला के नोबलपुर गांव निवासी हैं। नीरज अनपढ़ है, जबकि शिव पांचवीं कक्षा तक पढ़ा है।
फिलहाल यह दोनो लक्ष्मी नगर में किराये के मकान में रहते थे। यह बीते एक साल से चरस की सप्लाई कर रहे थे। अब पुलिस इनके सहयोगी की तलाश कर रही है, जो इन्हें चरस मुहैया करवाते थे।