दिल्ली: चार साथियों के साथ गिरफ्तार शातिर जेबतराश सुल्तान से 18 मामले खुले, दक्षिण दिल्ली स्पेशल स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर गिरीश कुमार की टीम ने धरा

नई दिल्ली। राजधानी के विभिन्न इलाकों में ताबड़तोड़ जेबतराशी की वारदातों से दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा रखे शातिर झपटमार गिरोह के सरगना रफीक उर्फ सुल्तान को उसके चार अन्य सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। इनकी गिरफ्तारी से चोरी/जेबतराशी के 27 मोबाइल फोन व आरोपियों द्वारा वारदात के दौरान इस्तेमाल TSR की बरामदगी के साथ 18 सनसनीखेज वारदातों का खुलासा हुआ है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

यह कामयाबी मिली है, दक्षिण दिल्ली स्पेशल स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर गिरीश कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर राहुल मलन, हेड कांस्टेबल रमेश कुमार, तेज-तर्रार कांस्टेबल प्रदीप, तेज नारायण, अनूप व रोशन शामिल थे।
पकड़े गए पांचों शातिर अपराधियों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड 32 वर्षीय रफीक उर्फ वकील उर्फ सुल्तान, पुत्र असगर अली, निवासी मकान नंबर 260, G-lind, गली नंबर 18, संगम विहार (दिल्ली), 32 वर्षीय अमजद, पुत्र तस्लीम खान, निवासी मकान नंबर 29/GF-1 (दिल्ली), 25 वर्षीय शमशाद उर्फ राजा, पुत्र मोहम्मद मोती, निवासी मकान नंबर 277, गली नंबर 16, रतिया मार्ग, संगम विहार (दिल्ली), 25 वर्षीय ललित उर्फ लालू, पुत्र रमण उर्फ राघवेंद्र, निवासी मकान नंबर 25, गली नंबर 9, जी ब्लॉक, संगम विहार (दिल्ली) और 32 वर्षीय रिजवान खान उर्फ कमांडो, पुत्र सलीम खान, निवासी मकान नंबर F-99, टंकी रोड, जैतपुर, बदरपुर (दिल्ली) के रूप में हुई है।

इंस्पेक्टर गिरीश कुमार

पुलिस टीम ने उपर्युक्त पांचों शातिर जेबतराशों को साथ इलाके में बत्रा अस्पताल के सामने स्थित संगम विहार बस स्टैंड से उस समय गिरफ्तार किया, जब यह आरोपी वारदात में इस्तेमाल TSR पर अपने शिकार की तलाश में थे।
पुलिस टीम के हत्थे चढ़े पांचों आरोपियों में गिरोह के मास्टरमाइंड रफीक उर्फ वकील पर राजधानी के विभिन्न थानों में पहले से 4 मामले दर्ज हैं। जबकि ललित पर एक मुकदमा, रिजवान खान उर्फ कमांडो पर 2 मुकदमा, अमजद पर 1 मुकदमा व शमशाद पर 2 मुकदमा विभिन्न थानों में पहले से दर्ज हैं।
यह गिरोह सार्वजनिक स्थानों व बसों में जेबतराशी का धंधा करता था। जिस बस में यह आरोपी शिकार की तलाश में सवार होते, उस बस के पीछे-पीछे इनका एक साथी TSR पर चलता रहता। बस में सवार आरोपी वारदात के बाद बस से नीचे उतर जाते। फिर अपने उस TSR में निकल भागते थे।
बहरहाल पुलिस तफ्तीश जारी है।