दिल्ली: नरेला का ‘Blind Burgalary Case’ खुला, नरेला सब डिवीजन के ACP नीरव पटेल के निर्देशन व NIA थाने के SHO अशोक कुमार के नेतृत्व में गठित टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने नरेला इंडस्ट्रियल इलाके में घटित Blind Burgalary Case का खुलासा करते हुए, वारदात के मास्टरमाइंड को उसके एक अन्य प्रमुख सहयोगी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए दोनो आरोपियों से चोरी की 80 ब्रास डाई व एक एलईडी टीवी की बरामदगी के साथ, वारदात में इस्तेमाल एक आयरन रॉड और एक TATA ACE वाहन की बरामदगी हुई है। इसके अलावा इनसे कुछ अन्य मामलों के खुलासे की खबर भी है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

यह कामयाबी मिली है, आउटर नॉर्थ दिल्ली के डीसीपी राजीव रंजन के मार्गदर्शन, नरेला सब डिवीजन के ACP नीरव पटेल के निर्देशन तथा NIA थाने के SHO इंस्पेक्टर अशोक कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में जांबाज सब इंस्पेक्टर रोहित, राजेश, विकास, हेड कांस्टेबल बंटी, कांस्टेबल नवीन और कपिल शामिल थे।
पकड़े गए अपराधियों की पहचान घोषित अपराधी व गिरोह के मास्टरमाइंड 26 वर्षीय सन्नी, निवासी जे जे कॉलोनी, बवाना (दिल्ली) और 25 वर्षीय पवन शर्मा, निवासी होलम्बी कलां (दिल्ली) के रूप में हुई है।

ACP नीरव पटेल

जहां तक उपर्युक्त दोनो अपराधियों की आपराधिक फेहरिस्त की बात है, वह बहुत लंबी है। गिरोह सरगना सन्नी के खिलाफ विभिन्न थानों में 10 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। वहीं पवन पर 4 मामले पहले से दर्ज हैं। वारदात में इस्तेमाल बरामद वाहन TATA ACE पवन का ही है।
बता दें कि यह वही अपराधी हैं, जो नरेला इंडस्ट्रियल एरिया के DSIIDC स्थित एक फैक्ट्री में सेंधमारी कर, अंदर से 20-21 जून की रात 80 ब्रास डाई, एक एलईडी टीवी व एक डीवीआर चुरा ले गए थे।

SHO इंस्पेक्टर अशोक कुमार

यह दोनो अपराधी कितने शातिर हैं, इस बात का अंदाजा इससे लगा सकते कि यह वारदात के दौरान पुलिस को चकमा देने के लिये अपने वाहन पर ‘ऑन डयूटी आर्मी’ का स्टिकर चिपका देते थे।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।