दिल्ली: तीन सौ से ज्यादा डाक्यूमेंट्री फ़िल्म बना चुके हैं रणजीत सिंह

  • डा.समरेंद्र पाठक

नई दिल्ली(एजेंसी)। कई व्यक्ति देखने में अतिसाधारण लगते हैं, लेकिन उनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व बहुत बड़ा होता हैं। यही वास्तव में बड़े लोगों की पहचान होती है। ऐसे ही एक व्यक्ति का नाम है, रणजीत सिंह। उन्होंने विभिन्न विषयों पर अभी तक तीन सौ से अधिक डक्यूमेंट्री फ़िल्में बनायी है, जिसमें बच्चों की अदालत, चिड़ियाँ द चम्बा, नानसेंसअनलिमिटेड, बोम्बे टाकीज, रिश्ते जन्म आदि प्रमुख डक्यूमेंट्री शामिल हैं। उन्होंने मुंशी प्रेम चंद्र से लेकर दर्जनों साहित्यकारों पर भी डक्यूमेंट्री फ़िल्में बनायी है।

दूरदर्शन के लिए पिछले ढाई दशक से कार्यक्रम बनाने वाले भाई रणजीत सिंह ने बताया कि हाल में उन्होंने आज़ादी अमृत महोत्सव पर भी कुछ काम किया है। राजस्थान सरकार की डक्यूमेंट्री इन्दिरा रसोई योजना में एक मिनट के विज्ञापन पर काम चल रहा है। इसके लिए उनकी कंपनी की सी.ई.ओ .श्रीमती मोनिका की अगुवाई में एक टीम को काम पर लगाया गया है।
श्री सिंह कहते हैं,कि इस काम के लिए रणजीत स्टूडियो प्राईवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी बनायी एवं दिल्ली के मध्य बंगाली मार्केट में एक छोटा सा स्टूडियो बनाया है। 20 लोगों की टीम है। काम के हिसाब से लोगों की संख्या बढ़ायी जाती है। शूटिंग पर जानकर लोगों को भेजा जाता है, ताकि कोई कमी नहीं रह जाए। उन्होंने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा का दौर है। जो बेहतर काम करेगा वही इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकता है।
एक साधारण परिवार में जन्मे श्री सिंह कहते हैं कि आज के दौर में आधुनिक तकनीकी के कारण काम करना बेहद आसान हो गया है। पहले कई प्रकार की समस्याएं आती थी। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से लाखों लोग जुड़े हुए हैं, जिन्हें उचित प्रोत्साहन की ज़रूरत है। तभी युवाओं का रुझान बढ़ सकता है।एल.एस .