दिल्ली: अन्तर्राज्यीय इमीग्रेशन रैकेट का खुलासा, IGI एयरपोर्ट की DCP तनु शर्मा के मार्गदर्शन में ACP वीरेंद्र मोर, SHO यशपाल सिंह, SI संदीप, HC दिनेश व रामहरि की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक अन्तर्राज्यीय इमीग्रेशन रैकेट का खुलासा करते हुए गिरोह के मास्टरमाइंड सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

DCP तनु शर्मा (कुशल मार्गदर्शन)

यह कामयाबी मिली है, IGI एयरपोर्ट की डीसीपी तनु शर्मा के मार्गदर्शन, ACP वीरेंद्र मोर के निर्देशन तथा IGI एयरपोर्ट थाने के SHO इंस्पेक्टर यशपाल सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर संदीप सिंह, हेड कांस्टेबल दिनेश व रामहरि शामिल थे। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

गिरफ्त में आरोपी

धरे गए अपराधियों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड/मुख्य एजेंट हरमेश चंद, पुत्र विशम्बर दास, निवासी गांव बोपा राय, थाना नकोदर, अमृतसर (पंजाब), एजेंट जसविंदर सिंह उर्फ जस्सी, पुत्र सतनाम सिंह, निवासी गांव लेहरक, थाना कथू नांगल, अमृतसर (पंजाब) व यात्री सूरज सिंह, पुत्र सुलखन सिंह, निवासी गांव कोटला तरखना, थाना कथू नांगल, अमृतसर (पंजाब) के रूप में हुई है।

SHO यशपाल सिंह (मेहनत रंग लाई)

उल्लेखनीय है कि 20 जुलाई को IGI एयरपोर्ट पर यात्री सूरज सिंह को उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब वह फर्जी वीजा पर विदेश जाने की तैयारी में था।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्त में लिए जाने के बाद जब सूरज सिंह से पूछताछ की गई, तो उसने खुलासा किया कि एक एजेंट जसविंदर सिंह उर्फ जस्सी ने उसे यह वीजा दिए थे, जिस एवज में जस्सी ने उससे एक लाख रुपये लिए थे। इस जानकारी के बाद जस्सी की गिरफ्तारी हुई, तो उसने पुलिस पूछताछ में अपराध स्वीकारोक्ति के साथ खुलासा किया कि उसके गिरोह का मास्टरमाइंड हरमेश चंद है। इस जानकारी के बाद पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी हरमेश चंद को भी गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि यह गिरोह भोले-भाले लोगों को आकर्षक सब्जबाग दिखाकर उन्हें विदेश भेजने के बहाने पिछले कई वर्षों से ठगी में संलिप्त था।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।