दिल्ली: भारत का सबसे बड़ा सीरियल किलर पिंजरे में! क्राइम ब्रांच की नारकोटिक्स सेल ने धरा

नई दिल्ली। देवेंद्र शर्मा, यह वह नाम, जिसका शौक था पैसों के लिए लूट व हत्या करना। इसका अपराध क्षेत्र सिर्फ इसका पुश्तैनी गृह प्रदेश हरियाणा नही, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा व राजस्थान सहित कई राज्य थे, जहां इसने अपने खतरनाक व खौफनाक कारनामों से वहां की पुलिस की नींद उड़ा दी थी। इसने एक कत्ल नही किये, पूरे सौ कत्ल के बाद अपने द्वारा किये कत्ल की गिनती छोड़ दी थी। ऐसे में आप समझ सकते, यह अंतरराज्यीय हत्यारा/लुटेरा कितना खूंखार होगा।

ACP जितेंद्र झा(कुशल निर्देशन)


इसके अपराध की फेहरिश्त को देखकर, शायद यह कहना गलत नही होगा कि यह दरिंदा इंसान नही, हैवान है। अब यह दिल्ली पुलिस की गिरफ्त मे है। लेकिन इसे अपनी गिरफ्तारी का कोई मलाल नही, क्योंकि लूट व हत्या करना इस पेशेवर हत्यारे का जुनून है। बहरहाल इस शातिर अपराधी की गिरफ्तारी निःसंदेह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र(कुशल नेतृत्व)

कई राज्यों में आतंक का पर्याय बने हिंदुस्तान के सबसे बड़े इस सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच(नारकोटिक्स) के ACP जितेंद्र झा के निर्देशन तथा तेज-तर्रार इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम ने। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
बता दें, शातिर अपराधी देवेंद्र शर्मा ने आजतक जितनी हत्याएं की, उनमें ज्यादातर के शव नही मिले, क्योंकि यह अपने शिकार की हत्या करने के बाद ज्यादातर शव, कासगंज स्थित मगरमच्छ से भरे हजारा नहर में फेक देता था, जहां शव मगरमच्छ खा जाते थे।
शॉर्टकट रास्ते से जल्द अमीर बनने की ललक में अपराध जगत में उतरने वाला देवेंद्र शर्मा पहले पेशे से आयुर्वेदिक डॉक्टर था।
यह लूट व हत्या के इरादे से टूरिस्ट बनकर पहले अपने शिकार की गाड़ी में बैठ जाता। फिर किसी सुनसान जगह पर शिकार की हत्या कर, गाड़ी लूटकर फरार हो जाता था। यह वारदात का इसका मुख्य तरीका था। बता दें, लुटे गए वाहन यह बेच देता था। जबकि ज्यादातर मामलों में हत्या के बाद शिकार का शव नहर में मगरमच्छ के हवाले कर देता था।
पुलिस सूत्र की माने, तो इस अपराधी के खिलाफ दिल्ली सहित कई राज्यों में लूट, अपहरण व हत्या के दर्जनों मामले दर्ज हैं। वहीं, इनमे कई मामलों मे इसे आजीवन कारावास की सजा भी हो रखे हैं।
पुलिस सूत्र के अनुसार, उपर्युक्त घटनाओं के अलावा देवेंद्र शर्मा पर उत्तप्रदेश में नकली गैस एजेंसी खोलने के भी दो मामले दर्ज हुए थे। इसके अलावा वर्ष 2004 के चर्चित किडनी ट्रांसप्लान्ट प्रकरण में इसपर 125 से ज्यादा ट्रांसप्लान्ट के आरोप थे।
यह पहले गिरफ्तार हुआ, लेकिन पैरोल पर फरार हो गया था।