दिल्ली: ‘सौंदर्य’ की आड़ में जेब पर डाका डालने वाले गिरोह का खुलासा, बुध विहार थाने के SHO इंस्पेक्टर खेमेन्द्र पाल सिंह की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जिस गिरोह के सदस्य सौंदर्य की आड़ में जेब पर डाका डालने के पेशे में संलिप्त थे। मामले में एक युवती सहित दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है, इनमे एक होमगार्ड का जवान रह चुका है। जबकि गिरोह की एक अन्य युवती ज्योति फरार है। गिरफ्तार तीनो आरोपियों से इनके द्वारा वारदात में इस्तेमाल तीन मोबाइल फोन की भी बरामदगी हुई है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, प्रशांत विहार सब डिवीजन के ACP प्रशांत के निर्देशन तथा बुध विहार थाने के SHO इंस्पेक्टर खेमेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। इस टीम में PSI गौतम, कांस्टेबल सोहनलाल, कांस्टेबल अनिल व तेज-तर्रार महिला कांस्टेबल पूनम शामिल थी।
पुलिस टीम के हत्थे चढ़े तीनो आरोपियों की पहचान 40 वर्षीय सुनील कुमार पाल, पुत्र मेवालाल, निवासी- मकान नंबर 58, पॉकेट 3, सेक्टर 22, रोहिणी(दिल्ली), 25 वर्षीय सत्येंद्र सिंह, पुत्र राजेन्द्र सिंह, निवासी- मकान नंबर C-36/39, कमल बाग कॉलोनी, टिन का नंगला, धांधूपुरा, आगरा(उत्तरप्रदेश) व 35 वर्षीया सीमा उर्फ तान्या उर्फ सोनिया, पत्नी अजय कुमार, निवासी- 179, उत्तराखंड इन्क्लेव, गली नम्बर 3, बी ब्लॉक, बुराड़ी(दिल्ली) में रूप में हुई है।
उपर्युक्त तीनो आरोपियों में सुनील कुमार पाल होमगार्ड का जवान रह चुका है और इसके खिलाफ हनी ट्रेप से संबंधित दो मामले पहले से दर्ज हैं। जबकि सीमा पर भी हनी ट्रेप के एक मामले पहले से दर्ज हैं। सत्येंद्र सिंह बेरोजगार है, यह जल्द अमीर बनने की ललक में इस गिरोह से जुड़ा था।
यह गिरोह डेटिंग ऐप की मदद से अमीर लोगों को हनी ट्रेप में फंसाकर उसे ब्लैकमेल करता था।

कैसे हुआ गिरोह का खुलासा

हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले पेशे से मुद्रण व्यवसायी रोहन(परिवर्तित नाम) 6 नवंबर को बुध विहार थाने पहुंचे। उन्होंने एक शिकायत दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया कि कुछ माह पहले एक डेटिंग ऐप ‘Truly Madly’ पर उनकी जान-पहचान ज्योति नामक एक लड़की से हुई थी। कुछ दिनों की बातचीत के बाद जल्द ही यह दोनो अच्छे दोस्त बन गए थे।
बकौल रोहन, एक दिन ज्योति ने बातचीत के दौरान उन्हें बेहद दुःखी स्वर में कहा कि वह इन दिनों बेहद आर्थिक संकट से गुजर रही है, उसे एक नौकरी चाहिये। इसपर रोहन ने एक अच्छा दोस्त होने नाते उसे ‘सेल्स एक्सक्यूटिव’ की नौकरी देने की पेशकश की, तो ज्योति ने फौरन हामी भर दी।
एक दिन बातचीत के दौरान ज्योति ने रोहन से कहा, कि वह रिठाला मेट्रो स्टेशन आ जाये, जहां वह उससे मिल भी लेगी व जॉब के लिये उसे अपना बायोडाटा भी दे देगी। रोहन इसके लिये राजी हो गया। जब रोहन रिठाला मेट्रो स्टेशन पहुंचा, तो ज्योति उसके इंतजार में पहले से मौजूद थी।
मुलाकात के बाद रोहन को ज्योति जिद कर किसी तरह रोहिणी सेक्टर 5 स्थित अपने फ्लैट पर चलने के लिये राजी कर ली। इसके बाद रोहन व ज्योति फ्लैट पर पहुंचे, तो वहां एक लड़की पहले से मौजूद थी, जिसका परिचय ज्योति ने अपनी सहेली सीमा के रूप में दिया।
इस दौरान ज्योति व सीमा के अनुरोध पर रोहन ने बियर भी ली, थोड़ा ज्यादा ही। इससे उसे नशा हो गया। तभी सुनील व सत्येंद्र अचानक वहां आ पहुंचे। इन दोनों के आते ही ज्योति व सीमा का तेवर अचानक बदल गया। फिर उपर्युक्त चारो आरोपियों ने उसे धमकी दी, कि पांच लाख रुपये दो। वरना बलात्कर का मुकदमा दर्ज करा दूंगा। फिर रोहन को अहसास हुआ, कि वह छलावा का शिकार हुआ है।
रोहन किसी तरह उनके चंगुल से भाग निकलने में सफल रहा, जहां से वह सीधा बुध विहार थाने पहुंचा और पुलिस को अपनी आपबीती बताई। फिर बुध विहार थाने की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उपर्युक्त तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि ज्योति भाग निकलने में कामयाब हो गई।