बिहार: बिहार के नए मंत्रियों के बीच विभागों का वितरण, 23-27 नवंबर तक सत्र

– उषा/अमरेन्द्र/नजीम

पटना(एजेंसी) बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सातवीं बार सरकार गठन के बाद विधान सभा का पहला सत्र 23 से 27 नवम्बर तक आहूत किया गया है।
यह फैसला राज्य मंत्रिमंडल की आज हुई पहली बैठक में लिया गया। कल शपथ लेने वाले मंत्रियों के बीच विभागों का वितरण भी किया गया।
कैबिनेट की बैठक में 17वीं विधान सभा की  23 नवम्बर से बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया। यह सत्र 27 नवंबर तक चलेगा। 25 नवम्बर को विधान सभा अध्यक्ष का चुनाव, 26 को राज्यपाल का अभिभाषण तथा 27 नवम्बर को अभिभाषण पर वाद-विवाद और सरकार का उत्तर होगा।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल, विजिलेंस, चुनाव और अन्य सभी विभाग जो किसी मंत्री को वितरित नहीं किए गए हैं, अपने पास रखा हैं।
उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद को वित्त, पर्यावरण और वन, वाणिज्यिक कर, सूचना प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन और शहरी विकास विभाग मिला है।
राज्य की पहली  महिला उप मुख्यमंत्री रेणु देवी को पंचायती राज, पिछड़ी जाति उत्थान, ईबीसी कल्याण और उद्योग विभाग दिया गया है।
श्री विजय चौधरी को ग्रामीण विकास और ग्रामीण कार्य विभाग, जल संसाधन, सूचना और जन सम्पर्क एवं संसदीय कार्य विभाग दिया गया है।
श्री विजेंद्र यादव को ऊर्जा, मद्निषेध, योजना, खाद्य और उपभोक्ता विभाग मिला है।
श्री अशोक चौधरी को भवन निर्माण विभाग के साथ-साथ अल्पसंख्यक कल्याण का जिम्मा भी दिया गया है।
श्री मेवा लाल चौधरी को शिक्षा विभाग दिया गया है।
श्रीमती शीला कुमारी को परिवहन विभाग दिया गया है।
श्री संतोष मांझी को लघु सिंचाई, एससी/एसटी कल्याण बनाया गया है।
श्री मुकेश सहनी को पशुपालन और मत्स्य पालन विभाग दिया गया है।
श्री मंगल पांडेय को स्वास्थ्य, पथ निर्माण , कला और संस्कृति का जिम्मा सौंपा गया है।
श्री अमरेन्द्र सिंह को कृषि, सहकारिता , गन्ना विकास विभाग सौंपा गया है।
श्री राम प्रीत पासवान को पीएचईडी का जिम्मा सौंपा गया है।
श्री जीवेश कुमार को पर्यटन, श्रम एवं खनन विभाग दिया गया है।
श्री राम सूरत को राजस्व एवं कानून मंत्री बनाया गया है।एल. एस।