दिल्ली: बेरोजगार युवकों की जेब पर डाका डालने वाले अन्तर्राज्यीय ‘फेक कॉल सेंटर’ का खुलासा, जीटीबी एन्कलेव थाने के SHO इंस्पेक्टर अरुण कुमार की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा किया है, जो ‘फेक कॉल सेंटर’ की आड़ में सुदूर इलाकों में रहने वाले बेरोजगार युवकों को नौकरी का आकर्षक सब्जबाग दिखाकर, उनसे ठगी के धंधे में संलिप्त था। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

यह कामयाबी मिली है, सीमापुरी सब डिवीजन के ACP मुकेश त्यागी के निर्देशन व अबतक 70 से ज्यादा सनसनीखेज मामलों का खुलासा कर चुके जीटीबी एन्क्लेव थाने के SHO इंस्पेक्टर अरुण कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र, हेड कांस्टेबल संजीव कुमार, कांस्टेबल मनोहर, विक्रम, राम सिंह व निखिल शामिल थे।

SHO इंस्पेक्टर अरुण कुमार

पकड़े गए शातिर जालसाजों की पहचान 32 वर्षीय सुशील कुमार उर्फ जितेंद्र, पुत्र नवल सिंह, निवासी मकान नंबर 174, गली नंबर 9, निकट छतरी वाला कुआं, गांव मंडोली (दिल्ली), 22 वर्षीय रघुनंदन उर्फ राजेश, पुत्र प्यारे लाल, निवासी मकान नंबर C-54/2, गली नंबर 6, c ब्लॉक, जहांगीरपुरी (दिल्ली) और 26 वर्षीय मोहम्मद हाशिम, पुत्र मोहम्मद अनवर, निवासी मकान नंबर 257, गली नंबर 5, कबूतर मार्किट, वेलकम (दिल्ली) के रूप में हुई है। बता दें कि इन तीनो आरोपियों में मोहम्मद हाशिम एयरटेल में प्रमोटर का काम करता है।
उपर्युक्त तीनो आरोपियों से ठगी में इस्तेमाल 24 मोबाइल फोन, एयरटेल का 27 सिम कार्ड, एक लैंडलाइन इंस्ट्रूमेंट, एक डेन का वाईफाई, एक लेनवो का लैपटॉप, दो डेबिट कार्ड व 17 रजिस्टर की बरामदगी हुई है, जिसमे इस गिरोह के शिकार हुए 10 हजार से ज्यादा बेरोजगार युवकों के डिटेल हैं।

कैसे हुआ गिरोह का खुलासा

जीटीबी एन्क्लेव थाने के SHO इंस्पेक्टर अरुण कुमार को विश्वस्त मुखबिर से सूचना मिली, कि दिलशाद गार्डेन स्थित एक मकान में एक ‘फेक कॉल सेंटर’ चल रहा है, जो सुदूर इलाकों में रहने वाले बेरोजगार युवकों को आकर्षक नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के धंधे में संलिप्त है। इस सूचना को इंस्पेक्टर अरुण कुमार ने गंभीरता से लिया व आला अधिकारियों को इस बाबत जानकारी दी। इसके बाद त्वरित करवाई हेतु आला अधिकारियों के निर्देश पर इंस्पेक्टर अरुण कुमार के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। फिर पुलिस टीम ने संबद्ध स्थान पर दबिश दी, तो सुशील कुमार व रघुनंदन उर्फ राजेश नामक दो शख्स गिरफ्तार हुए। इन दोनो आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि इन्होंने यहां ‘महेंद्र मोटर्स’ में नौकरी प्रदान करने के लिए एक ‘फेक कॉल सेंटर’ खोल रखा था। इस कॉल सेंटर में इन्होंने 15 लड़कियों को जॉब पर रखा हुआ था, जिनके माध्यम से यह बेरोजगार युवकों को सेवा(नौकरी) देने के नाम पर ठगी के धंधे में संलिप्त थे। इन दोनों आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस धंधे में उनके साथ मोहम्मद हाशिम नामक एक शख्स भी शामिल है, जो एयरटेल में बतौर प्रोमोटर है। इन जानकारी के बाद पुलिस टीम ने मोहम्मद हाशिम को भी गिरफ्तार कर लिया।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।