दिल्ली: ऑक्सीजन सिलेंडर व कोविड दवाएं उपलब्ध कराने के नाम पर 500 से ज्यादा जरूरतमंदों से दो करोड़ से ज्यादा की ठगी कर चुके अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (STARS-2) के इंस्पेक्टर दिनेश मोरल की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा किया है, जो कोरोना कहर के दौरान सोशल मीडिया प्लेटफार्म व व्हाट्सअप के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर व कोविड दवाएं उपलब्ध कराने के नाम पर अबतक पूरे भारतवर्ष में 500 से ज्यादा जरूरतमंद लोगों से दो करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम की ठगी कर चुका था। मामले में गिरोह के मास्टरमाइंड नाइजीरियन निवासी चिका बेनथ को धंधे में उसके एक अन्य प्रमुख सहयोगी घाना देश के निवासी जोनाथन कोजो के साथ गिरफ्तार किया गया है।

बरामद समान के साथ पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

पकड़े गए दोनो अंतरराष्ट्रीय ठगों से 16 हजार रुपये नकद के अलावा वारदात में इस्तेमाल 165 सिम कार्ड्स, 23 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप्स व 2 Wi-Fi डोंगल की बरामदगी के साथ, खबर लिखी जाने तक इनसे दिल्ली के विभिन्न थानों में दर्ज ठगी के 5 मामलों का खुलासा हुआ था। निःसंदेह यह पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (STARS-2) के ACP अरविंद कुमार के निर्देशन व इंस्पेक्टर दिनेश मोरल व इंस्पेक्टर अरुण सिंधु के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह, हवा सिंह, रजनीश कुमार, राजकुमार, ASI सुभाष, प्रमोद, चंद्र प्रकाश, सुनील, हेड कांस्टेबल दिनेश सिंह, गौरव, शशिकांत, श्यामलाल, रविंद्र सिंह, कांस्टेबल राहुल व सचिन शामिल थे। पुलिस टीम ने इस गिरोह का खुलासा किया है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

इंस्पेक्टर दिनेश मोरल

पकड़े गए दोनो अंतरराष्ट्रीय अपराधियों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड नाइजीरियन मूल के 42 वर्षीय चिका बेनथ, पुत्र इफेनपुतुओर, निवासी मकान नंबर सी- 44, फोर्थ फ्लोर, पंचशील विहार, खिड़की (दिल्ली) और घाना मूल के 44 वर्षीय जोनाथन कोजो, पुत्र अडोम, निवासी मकान नंबर सी-44, फोर्थ फ्लोर, पंचशील विहार (दिल्ली) के रूप में हुई है। दोनो आरोपी किराये के मकान में साथ रहते थे।
बता दें कि इस गिरोह ने ठगी की रकम शिकार से प्राप्त करने के लिये 17 बैंक खातों का उपयोग किया था।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।