दिल्ली: ‘रोहिणी फायरिंग कांड’ के सभी आरोपी 12 घंटे के अंदर धरे गए, रोहिणी डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी प्रणव तायल के मार्गदर्शन व स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज ईश्वर सिंह के नेतृत्व में गठित टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने रोहिणी के सेक्टर 10 अंतर्गत ‘क्राउन प्लाजा’ के पास स्थित ‘एंबियंस माल’ की गेट पर सरेआम दिन-दहाड़े घटित ‘फायरिंग कांड’ का खुलासा मात्र 12 घण्टे के अंदर कर, वारदात में संलिप्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों से वारदात में इस्तेमाल बाइक की बरामदगी भी हुई है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में तीनों आरोपी

यह कामयाबी मिली है, रोहिणी डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी प्रणव तायल के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP ब्रह्मजीत सिंह के निर्देशन तथा डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर जगदीश, थानेदार रूपेश, रविंद्र, हेड कांस्टेबल विनोद, कांस्टेबल राजेश व अक्षय शामिल थे।

इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह

पकड़े गए अपराधियों की पहचान 26 वर्षीय पारस झा उर्फ बिहार, पुत्र जीवन झा, निवासी खसरा नंबर 372, निकट राइस मिल, रिठाला (दिल्ली), 22 वर्षीय राहुल ठाकुर उर्फ हड्डी, पुत्र अजय सिंह, निवासी मकान नंबर 373, बुद्ध विहार फेज-2 (दिल्ली) और 22 वर्षीय सूरज तिवारी उर्फ शिवा, पुत्र नारायण तिवारी, निवासी मकान नंबर A-954, श्याम कॉलोनी, बुद्ध विहार फेज-2 (दिल्ली) के रूप में हुई है।
उल्लेखनीय है कि 12 जुलाई की सुबह करीब पौने छह बजे हथियारबंद तीन हमलावरों ने ‘एंबियंस मॉल’ की गेट पर गौरव नामक एक शख्स पर फायरिंग कर, उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर भाग निकले थे। पीड़ित गौरव दिल्ली के बुद्ध विहार इलाके का रहने वाला है और उक्त मॉल में स्थित ‘बिग बाजार’ में सेल्स मैन के पद पर कार्यरत है। घटना में गौरव को दो गोली लगी थी। इसके बाद पीड़ित गौरव के बयान पर इस बाबत स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।
उपर्युक्त घटना को अंजाम पकड़े गए अपराधियों ने दिया था।
पुलिस टीम द्वारा पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया, कि उन्होंने अपने दोस्त बुद्ध विहार निवासी शिवम ठाकुर उर्फ मुखिया की हत्या का का बदला लेने के लिये इस वारदात को अंजाम दिया था। बता दें कि 15 मार्च को शिवम ठाकुर उर्फ मुखिया की हत्या कर दी गई थी। उक्त मामले में पीड़ित गौरव का भाई चेतन और उसके दो साथी पहले से जेल में बंद हैं।