दिल्ली: हुस्न की आड़ में अमीरजादों की जेब पर डाका डालने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा, क्राइम ब्रांच(AEKC) के DCP रोहित मीणा के मार्गदर्शन में ACP सुशील कुमार, इंस्पेक्टर अमित प्रकाश, SI मंजू बाला, नरेश कुमार, ASI तालीम, HC तेजप्रताप व CT अनुज की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने हुस्न की आड़ में शहद जाल में फंसाकर जबरन वसूली के लिये अमीरजादों को ब्लैकमेल करने वाले एक अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा करते हुए, शिकार की जेब पर डाका डालने वाली गिरोह की मुख्य महिला सदस्य ‘जोहरा जबी’ को गिरफ्तार को गिरफ्तार कर लिया है।
यह गिरोह मुख्य रूप से डॉक्टर, बेकरी मालिकों, बिल्डरों व व्यवसायियों का हनी ट्रैप कर, उन्हें अपना शिकार बनाता था। अबतक करीब एक दर्जन से ज्यादा वारदातों को गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया, आरोपी के खुलासे में यह जानकारी सामने आई है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस गिरफ्त में आरोपी महिला

यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की ‘एंटी एक्सटॉर्शन एंड किडनैपिंग सेल’ (A.E.K.C.) के डीसीपी रोहित मीणा के मार्गदर्शन, ACP सुशील कुमार के निर्देशन तथा इंस्पेक्टर अमित प्रकाश के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में महिला सब इंस्पेक्टर मंजू बाला, सब इंस्पेक्टर नरेश कुमार, थानेदार मोहम्मद तालीम, हेड कांस्टेबल तेज प्रताप व कांस्टेबल अनुज शामिल थे।
पकड़ी गई महिला आरोपी की पहचान 56 वर्षीया जोहरा जबी उर्फ परवीन, पत्नी इमरान खान, निवासी मकान नंबर 1, ब्लॉक नंबर 6, फाइन एन्क्लेव, कल्लर रोड (मध्यप्रदेश) के रूप में हुई है। आरोपी महिला का पति भोपाल में कपड़ा विक्रेता बताया जाता है।

ACP सुशील कुमार (कुशल निर्देशन)

बता दें कि यह वही महिला आरोपी है, जिसने वर्ष 2018 में राजधानी के जामिया नगर थाना क्षेत्र में एक प्रसिद्ध डॉक्टर को अपने शहद जाल में फंसाकर, पीड़ित डॉक्टर से 50 लाख रुपये की डिमांड की थी। इस मामले में पीड़ित डॉक्टर ने जब स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई, उसके बाद से यह महिला आरोपी फरार थी। खबर के अनुसार मामले में इसपर 20 हजार का इनाम भी घोषित था।
मामले में आरोपी महिला का सगा भाई जहांगीर उर्फ शेखु फरार है, जो गिरोह का सरगना बताया जाता है।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।