दिल्ली: एक करोड़ की चोरी के सामानों की बरामदगी के साथ अन्तर्राज्यीय गैंग का खुलासा, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा के मार्गदर्शन, क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविंद्र यादव के निर्देशन, क्राइम ब्रांच (NR-1) के ACP विवेक त्यागी की देखरेख व इंस्पेक्टर आलोक राजन के नेतृत्व में गठित टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने बिहार के पूर्वी चंपारण से संचालित एक ऐसे अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा किया है, जो बिहार से दिल्ली आकर बड़े-बड़े गोदामों में चोरी की घटना को अंजाम देता था। वारदात को अंजाम देने के बाद गिरोह के सदस्य कुछ दिनों के लिए पुनः बिहार लौट जाते थे, ताकि दिल्ली पुलिस की नज़र इनपर न जाये।

पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा (कुशल मार्गदर्शन)

मामले में गिरोह के मास्टरमाइंड सहित चार अन्तर्राज्यीय शातिर चोरों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे वारदात में इस्तेमाल एक बाइक के अलावा करीब एक करोड़ रुपये की चोरी के सामानों की बरामदगी के साथ राजधानी दिल्ली में घटित चोरी के आधा दर्जन सनसनीखेज मामलों का खुलासा हुआ है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

यह कामयाबी मिली है, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा के मार्गदर्शन, क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविंद्र यादव के निर्देशन, क्राइम ब्रांच (NR-1) के ACP विवेक त्यागी की देखरेख व इंस्पेक्टर आलोक राजन के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को।

ACP विवेक त्यागी

पकड़े गए अन्तर्राज्यीय शातिर चोरों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड विकास राम उर्फ राजन, अनवारुल हक़, राकेश कुमार साह और गुल आलम के रूप में हुई है।
पुलिस टीम के हत्थे चढ़े उपरोक्त सभी आरोपी बिहार के पूर्वी चंपारण के रहने वाले बताए जाते हैं।

इंस्पेक्टर आलोक राजन (कुशल नेतृत्व)

धरे गए अपराधियों की जहां तक आपराधिक फेहरिस्त की बात है, इनमे विकास पर 13 मामले और अनवारुल पर 10 मामले पहले से विभिन्न थानों में दर्ज हैं।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है। साथ ही गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का प्रयास लगातार जारी है।