दिल्ली: दो शागिर्द के साथ गिरफ्तार 18 वारदातों में संलिप्त ‘मकड़ा गिरोह’ के मास्टरमाइंड से खुले 14 मामले, मोहन गॉर्डन थाना के SHO राजेश मौर्य की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने राजधानी के विभिन्न इलाकों में ताबड़तोड़ लूट, चोरी व स्नैचिंग की घटनाओं से दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा रखे 18 वारदातों में संलिप्त ‘मकड़ा गिरोह’ के मास्टरमाइंड को उसके दो अन्य प्रमुख सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अपराधियों से चोरी की दो स्कूटी, एक बाइक, दो एलपीजी गैस सिलेंडर, एक इन्वर्टर बैट्री व एक कार बैट्री की बरामदगी के साथ, इनसे 14 सनसनीखेज वारदातों का खुलासा हुआ है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में अपराधी

यह कामयाबी मिली है, द्वारका डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी संतोष कुमार मीणा के मार्गदर्शन व मोहन गॉर्डन थाने के SHO इंस्पेक्टर राजेश मौर्य के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार हेड कांस्टेबल नरेश तथा जांबाज कांस्टेबल विक्रम व कांस्टेबल अश्वनी शामिल थे। पुलिस टीम ने इस गिरोह का खुलासा किया है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

SHO इंस्पेक्टर राजेश मौर्य

पकड़े गए अपराधियों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड 25 वर्षीय मुकेश उर्फ मकड़ी, पुत्र स्वर्गीय राकेश वर्मा, निवासी मकान नंबर ई-232, मंशाराम पार्क, बिंदापुर, उत्तमनगर (दिल्ली), 30 वर्षीय प्रवीण, पुत्र नेत्रपाल, निवासी मकान नंबर 23, गली नंबर 7G-2, साईं इन्क्लेव, मोहन गॉर्डन (दिल्ली) और अजय यादव उर्फ बबलू, पुत्र तुरशन पाल, निवासी मकान नंबर 7, सैनिक इन्क्लेव, उत्तमनगर (दिल्ली) के रूप में हुई है। इनमे अजय यादव गिरोह का रिसीवर बताया जाता है।
बता दें कि पकड़े गए उपर्युक्त तीनो अपराधियों की आपराधिक फेहरिस्त बहुत लंबी है। इनमे गिरोह-सरगना मुकेश उर्फ मकड़ा के खिलाफ दिल्ली के विभिन्न थानों में लूट, चोरी व हत्या-प्रयास के 18 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। इसके अलावा यह बिंदापुर थाने का घोषित अपराधी भी है। जबकि प्रवीण पर लूट, स्नैचिंग व चोरी के 12 मामले पहले से दर्ज हैं। अजय यादव के खिलाफ भी दो मामले पहले से दर्ज हैं।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।