नई दिल्ली। रोहिणी जिले के नरेला थाने की पुलिस ने पिछले दिनों इलाके के लामपुर गांव में हुए बहुचर्चित ‘सुनील हत्याकांड’ का खुलासा कर दिया है। वारदात में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी पहचान प्रदीप और पंकज उर्फ विक्की के रूप में हुई है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
उल्लेखनीय है कि पांच फरवरी की रात लामपुर गांव में दो युवकों की सोनीपत से आये कुछ बारातियों से कार को साइड देने के ऊपर हाथापाई हो गयी थी। इस झगड़े के कुछ देर बाद रात्रि करीब 11 बजे, जब बाराती ‘सुमेर सैनी फॉर्म हाउस’ के गेट पर संगीत की धुन पर नाच रहे थे, उसी वक़्त झगड़े से गुस्साए चार लड़के कार में आये और एक बाराती सुनील को गोली मार दी। इसके बाद चारो आरोपी हवा मे फायर करते हुए मौके से फरार हो गए थे।
घटना के बाद घायल सुनील को अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में इलाज़ के दौरान सुनील की मौत हो गई थी। इस घटना से इलाके के लोगों में दशहत के साथ पुलिस के प्रति गहरा रोष था।
इस ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के लिए अलीपुर सब डिवीजन के एसीपी रजनीश ने नरेला थाने के SHO इंस्पेक्टर राकेश कुमार वत्स के निर्देशन व इंस्पेक्टर(तफ्तीश) राम मनोहर मिश्र के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम में सब इंस्पेक्टर संदीप, कांस्टेबल दिनेश और भूपेंद्र के अलावा करीब आधा दर्जन अनुभवी पुलिसकर्मी शामिल थे।
पुलिस टीम ने घटना की हर पहलुओं पर बारीकी पूर्वक पड़ताल के बाद रविवार की दोपहर वारदात में शामिल दो अपराधियों प्रदीप और पंकज@विक्की को गिरफ्तार कर लिया। यह दोनों आरोपी बवाना(दिल्ली) के कृष्णा विहार कॉलोनी के रहने वाले बताये जाते हैं।
मामले की जांच तेज-तर्रार व अनुभवी इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र कर रहे हैं। फरार दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास जारी है।
Leave a Reply