राजगीर(विहार)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज ‘राजगीर मलमास मेला’, 2018 का उद्घाटन फीता काटकर किया। मलमास (पुरुषोत्तम मास) मेला के उद्घाटन समारोह में सम्मिलित मुख्यमंत्री ने सबसे पहले सप्तधारा ब्रह्मकुंड में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना करने के बाद महाआरती में हिस्सा लिया। ब्रह्मकुंड के पास स्थित श्री महालक्ष्मी मंदिर प्रांगण में मुख्यमंत्री ने ध्वजारोहण कर ध्वज की परिक्रमा की।
इस अवसर पर श्री महालक्ष्मी मंदिर प्रांगण में ही श्री राजगृह तपोवन तीर्थ रक्षार्थ पंडा समिति द्वारा आयोजित उद्घाटन समारोह कार्यक्रम में पंडा समिति के अध्यक्ष अवधेश उपाध्याय ने स्मृति चिन्ह भेंट कर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया। फलाहारी बाबा परमहंस स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने मुख्यमंत्री को पाग, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किया। जिला प्रशासन द्वारा तैयार किये गए मोबाइल एप्प को मुख्यमंत्री ने लांच किया। इस मोबाइल एप्प के माध्यम से राजगीर के पौराणिक, पर्यटकीय एवं ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी के साथ-साथ राजगीर में उपलब्ध स्वास्थ्य, सुरक्षा, यातायात, आवासन जैसी अन्य जनसुविधाओं एवं पर्यटकीय सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने इस बार से राजगीर मलमास मेला को राजकीय मेला घोषित किया है।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पुरुषोत्तम मास मेला की शुरुआत हुई है और पहली बार इस मौके पर मुझे शामिल होने का मौका मिला है, यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि श्री राजगृह तपोवन तीर्थ रक्षार्थ पंडा समिति द्वारा राजगीर मलमास मेला को राजकीय मेला के रूप में परिणत करने के आग्रह पर इस मेले को राजकीय मेला घोषित किया गया। वैसे तो वर्ष 2005 से जब कार्यकाल शुरू हुआ तभी से ही यहाँ श्रद्धालुओं के सुख-सुविधा का इंतजाम हर बार किया जाता रहा है। वही राजकीय मेला घोषित होने के बाद अब बड़े पैमाने पर इस बार तैयारी की गयी है और अब जिम्मेदारी ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा कि मलमास मेला को हमलोग बचपन से ही जानते हैं और नालंदा के कल्याण बिगहा में ही हमारा पैतृक घर है। उन्होंने कहा कि आज मोबाइल एप्प भी लांच हुआ है मैं इसके लिए जिलाधिकारी को धन्यवाद देता हूँ। श्रद्धालुओं एवं इस मलमास मेले में आनेवाले पर्यटकों की हर सुविधा को ध्यान में रखते हुए इंतजाम किया गया है, ताकि उन्हें किसी प्रकार का कष्ट न हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम साल में एक बार तीन-चार दिन के लिए और कभी कभार दो बार राजगीर प्रवास पर आते हैं। यहाँ आकर मन को काफी शांति मिलती है। जब भी मैं राजगीर आता हूँ, मुझे काफी आत्मसंतुष्टि होती है। उन्होंने कहा कि इस जगह पर जो पंच-पहाड़ी है वह आज की नहीं है। माना जाता है कि हिमालय पर्वत 50 लाख से एक करोड़ साल पुराना है। जबकि यहाँ स्थित पंच पहाड़ी दो करोड़ साल से लेकर दस करोड़ साल तक पुराना है। यहाँ कुंड में पानी पहाड़ से आता है, जो अद्भुत है। राजगीर से भगवान बुद्ध, भगवान महावीर, गुरुनानक देव, मकदूम साहब का रिश्ता रहा है। यहाँ हर धर्म के लोगों का आगमन हुआ है। उन्होंने कहा कि यहाँ की खास बात यह है कि सभी कुंडों में गर्म पानी
है। जबकि गुरुनानक देव जी जहाँ ठहरे थे, उस कुंड का पानी ठंडा है। गुरुनानक देव कुंड को भी विकसित किया जाएगा और वहां एक गुरुद्वारा भी बनाया जाएगा। यहाँ विश्व शांति स्तूप है और 49 साल पहले जो वहां रास्ता बना था उसके समानांतर अब एक रास्ता बनाया जाएगा। वेणुवन के साथ ही सभी कुंडों का भी विकास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी मान्यता है कि मलमास के दौरान 33 करोड़ देवी-देवता राजगीर में वास करते हैं, जिस कारण राजगीर नगरी को बहुत पवित्र माना जाता है। उन्होंने कहा कि मलमास मेला को ध्यान में रखते हुए सूर्यकुंड, ब्रह्मकुंड, व्यासकुंड, गंगा-जमुनाकुंड, महिलाकुंड, राम-लक्ष्मणकुंड, अहिल्याकुंड सहित अन्य सभी कुंडों की मरम्मत की गई है। कुंड परिसर स्थित सभी मन्दिरों की रंगाई-पुताई एवं सौन्दर्यीकरण का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि नदियों की साफ-सफाई एवं महाआरती के लिए घाटों का सौन्दर्यीकरण किया गया है और विकलांग एवं बूढ़े श्रद्धालुओं के लिए रैंप तथा महिला श्रद्धालुओं के लिए चेंजिंग रूम भी बनवाया गया है। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई के लिए मेला अवधि में 250 अतिरिक्त सफाईकर्मी की तैनाती, 375 कूड़ेदान, 6 डीलक्स शौचालय, 5 वाटर ए०टी०एम०, 175 अस्थाई शौचालय एवं 110 मूत्रालय भी स्थापित किया गया है। पेयजल हेतु आर०ओ० प्लांट एवं चिलर प्लांट भी बनाया गया है। चौबीसों घंटे सेवारत आठ जगहों पर चिकित्सा शिविर, अनुमंडलीय अस्पताल राजगीर में आई०सी०यू० का प्रबंध एवं मेला में लगे दुकानों के खाध पदार्थों की जांच के लिए 2 फूड इंस्पेक्टर प्रतिनियुक्त किये गये हैं। उन्होंने कहा कि यहां प्रकाश का भी पुख्ता प्रबंध किया गया है। इसके लिए 1200 एल०ई०डी० बल्ब लगाये गये हैं इसके साथ ही पूर्व से लगे हाई मास्ट लाइट, स्ट्रीट लाइट आदि की मरम्मत के साथ ही आउटसोर्सिंग के माध्यम से आवश्यक अस्थाई लाइट की भी व्यवस्था की गयी है। इसके साथ ही अग्निशमन वाहन की तैनाती एवं संभावित आपदाओं से निपटने के लिए भी पर्याप्त प्रबंध किये गये हैं। पर्यटक सहायता केंद्र भी बनाये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं और मेले में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा एवं भीड़ नियंत्रण के मद्देनजर 84 स्थलों पर सी०सी०टी०वी० कैमरे अधिष्ठापित करने के साथ-साथ तीन पालियों में 549 मजिस्ट्रेट तथा 353 पुलिस पदाधिकारियों एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। नियंत्रण कक्ष भी कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि मलमास मेले में आनेवाले साधु-संतों के लिए 7 जगहों पर शिविर, पेयजल, शौचालय, प्रकाश, सुरक्षा तथा उनके शाही स्नान के लिए विशेष प्रबंध किये गये है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मलमास मेला राजगीर में होता है इससे ज्यादा हमलोगों के लिए गौरव की बात क्या हो सकती है, जहाँ 33 करोड़ देवी देवता इस पुरुषोत्तम मास में निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि यहाँ एक जू सफारी भी बनने वाला है जहाँ बंद गाड़ी से लोग बाघ, हिरन सहित अन्य जानवरों को देख सकेंगे। इसके साथ ही जंगल वाले रास्ते को नेचर सफारी के रुप में विकसित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राजगीर की महत्ता पूर्व से ही है। यह एक ऐतिहासिक स्थल है। उन्होंने कहा कि गया, बक्सर, पुनौरा धाम जैसे हर धर्म-सम्प्रदाय से जुड़े विशिष्ट स्थलों को ध्यान में रखकर विकास किया जा रहा है। सर्वंशदानी दशमेश पिता श्री गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज के 350 वें जन्मदिन के मौके पर प्रकाश पर्व का आयोजन किया गया। उनका जन्म पटना सिटी में ही हुआ है यह हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि हम बिना किसी भेदभाव के काम कर रहे है।
अपने संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को मलमास मेला की शुभकामना देते हुए राजगीर की धरती को नमन किया।
उदघाटन समारोह को फलाहारी बाबा, मथुरा से आये अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के उपाध्यक्ष श्री नवीन नागर चतुर्वेदी, विधायक श्री रवि ज्योति एवं सांसद श्री कौशलेन्द्र कुमार ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर नालंदा जिले के प्रभारी मंत्री एवं ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, संसदीय कार्य एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, विधायक जितेन्द्र कुमार, विधायक चंद्रसेन प्रसाद, विधान पार्षद श्रीमती रीना यादव, विधान पार्षद हीरा प्रसाद बिंद, पूर्व मंत्री सत्यदेव नारायण आर्य, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, कला संस्कृति युवा विभाग तथा नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, नालंदा जिलाधिकारी त्यागराजन एस०एम०, पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका सहित अन्य गणमान्य लोग, वरीय अधिकारीगण, काफी तादाद में श्रद्धालुगण एवं स्थानीय व्यक्ति उपस्थित थे।
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