खून से सने दोस्त के हाथ!

नई दिल्ली।रोहिणी जिले के नरेला इलाके से एक सप्ताह पहले रहस्यमय ढंग से गायब हुए युवक प्रदीप खत्री का शव नरेला पुलिस ने दिल्ली बॉर्डर के पास हरियाणा से जमीन खोदकर बरामद किया है। मामले में नरेला पुलिस ने संदेह के आधार पर बलराम नामक एक युवक को शुक्रवार की रात हिरासत में लिया था। जब नरेला थाने के SHO इंस्पेक्टर राकेश कुमार वत्स ने बलराम से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की, तो वह जल्द टूट गया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकारोक्ति के साथ खुलासा किया कि प्रदीप की हत्या कर उसका शव जमीन के अंदर दबा दिया था। इस खुलासे के बाद नरेला पुलिस ने आरोपी बलराम को गिरफ्तार कर उसी दिन देर रात उसकी निशानदेही पर दिल्ली से सटे हरियाणा के सोनीपत जिला स्थित बरोटा के जंगल से शव की बरामदगी कर ली। आरोपी बलराम मृतक के गांव का है। बहरहाल मामले की जांच नरेला थाने के ATO राजेन्द्र सिंह डबास कर रहे हैं।

खबर के अनुसार नरेला थाना क्षेत्र स्थित बांकनेर गांव का रहने वाला प्रदीप खत्री 27 जनवरी की शाम से रहस्यमय ढंग से गायब था। परिजनों ने अपने स्तर से तलाश की हर संभव कोशिश की। लेकिन प्रदीप के बारे में कुछ पता नही चल पाया। इसके बाद परिजनों ने उसकी गुमशुदगी रिपोर्ट नरेला थाने में दर्ज करा दी थी।

इस बीच परिजनों का शक गांव के बलराम पर गया, जो प्रदीप का दोस्त था। दरअसल शक की वजह यह थी, कि वह प्रदीप को घर से साथ ले गया था। उसके बाद से प्रदीप रहस्यमय तरीके से गायब था।

परिजनों ने नरेला थाने के SHO इंस्पेक्टर राकेश कुमार वत्स को संदेह से अवगत कराया। इसके बाद इंस्पेक्टर वत्स व इंस्पेक्टर(तफ्तीश) राम मनोहर मिश्र ने हिरासत में लेकर बलराम से बारीकी पूर्वक पूछताछ की, तो उसने हत्या का राज उगल दिया। बकौल आरोपी, उसने उसी रात प्रदीप की हत्या कर शव दिल्ली से सटे हरियाणा के खुले खेतों में जमीन के अंदर दबा दिया था। इस खुलासे के बाद नरेला पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव की बरामद कर ली।

नरेला पुलिस ने शव और घटनास्थल की सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

बहरहाल हत्या की वजह क्या थी, यह अभी तक पुलिस ने साफ नहीं किया है। दरअसल पुलिस को इस मामले में कुछ और सुबूत इकट्ठा करने हैं। मामले में एक आरोपी फरार है, जिसने शव को ठिकाने लगाने में सहयोग दिया था।

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