नई दिल्ली। अंतरराज्यीय खूंखार अपराधी नीतू दाबोदिया के गिरोह के शॉर्प शूटर विक्रम उर्फ अमित उर्फ मट्टा, पुत्र स्वर्गीय कृष्ण सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की SOS-1 की टीम को। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह वही विक्रम है, जिसे दिल्ली के शाहाबाद डेरी इलाके में घातक हथियारों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद इसके अपराधों का दौर नही थमा। इसके बाद इसने में दिल्ली के जाफरपुर कलां थाना इलाके में गैंगवार में गोली चलकर उस इलाके में दशहत का माहौल उत्पन्न कर दिया था। इसके बाद इसका नाम दिल्ली के शातिर बदमाशों की सूची में शुमार हो गया। यों कहें कि यह आतंक का पर्याय बन गया था। यह दूसरी बार जाफरपुर कलां इलाके की घटना में पुनः गिरफ्तार हुआ। लेकिन यह जब इस मामले में जमानत पर जेल से बाहर आया, उसके बाद फिर कभी गिरफ्तार नही हुआ था।
मूल रूप से गांव गोभाना, थाना बहादुरगढ़ सदर, जिला झज्जर (हरियाणा) का रहने वाला यह शातिर अपराधी इन दिनों गांव कैर, थाना जाफरपुर कलां (दिल्ली) में छिपकर रह रहा था।
मात्र 10 तक पढ़ाई कर रखा यह अपराधी इतना खतरनाक है, कि किसी की हत्या करने तक से इसे गुरेज नही। जहां तक पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात है, इसका ताल्लुक एक साधारण परिवार से है। इसकी दो बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। जबकि इससे बड़ा एक भाई है, जो अपना प्राइवेट काम करता है। परिवार में इसके अलावा अन्य किसी सदस्य की, अपराध से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नही है।
शातिर अपराधी विक्रम को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (SOS) की तेज-तर्रार एसीपी श्वेता चौहान के निर्देशन तथा इंस्पेक्टर सतीश कुमार में नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम ने दिल्ली के बरवाला इलाके से मंगलवार को उस समय गिरफ्तार किया, जब यह अपने किसी साथी से मिलने जा रहा था। बता दें कि जब पुलिस टीम ने इसकी घेराबंदी की, तो इसने जेब से तमंचा निकालकर पुलिस टीम पर फायर करने की कोशिश की। लेकिन गनीमत रही कि पहले से सतर्क हेड कांस्टेबल अजय और हेड कांस्टेबल रविन्द्र ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए गजब की फुर्ती से छलांग लगाकर फौरन इसे अपने गिरफ्त मे ले लिया। इस वजह से कोई अप्रिय घटना नही घाटी। वरना टीम के किसी सदस्य की जान भी जा सकती थी। मौके पर तलाशी लेने पर विक्रम के पास से देशी तमंचा के अलावा दो जिंदा कारतूस की बरामदगी हुई। इसे गिरफ्तार करने वाली विशेष टीम में ASI शैलेंद्र, ASI आनंदपाल, हेड कांस्टेबल अजय, हेड कांस्टेबल रवि खारी, हेड कांस्टेबल रविन्द्र जून, हेड कांस्टेबल दिनेश, कांस्टेबल आजाद सिंह व कांस्टेबल नवीन शामिल थे।
पूछताछ में इस अपराधी से बहादुरगढ़ सदर थाने के एक ब्लाइंड मर्डर का भी खुलासा हो गया। इस मामले में विक्रम ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर बहादुरगढ़ सदर थाना इलाके में सुनील नामक एक शख्स की हत्या कर दी थी।
बहरहाल पुलिस तफ्तीश जारी है।
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