नई दिल्ली। कोई रोजाना शराब का आदि हो व उसे समय पर शराब न मिले, तो वह मानसिक आपा खोकर ‘कत्ल’ भी कर सकता है! आप चौंक गए न? आपका चौंकना स्वाभाविक है, भला शराब की खातिर कोई कत्ल का गुनाहगार क्यों बनेगा। लेकिन यह अतिशयोक्ति नही, वास्तविक घटना है। जी हां जनाब! बाहरी दिल्ली के स्पेशल स्टाफ की टीम द्वारा दिल्ली के रणहौला थाना इलाके में पिछले दिनों हुए एक ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के बाद ऐसा ही एक मामला सामने आया है। घटना में दो युवकों ने अपने एक जिगरी दोस्त की इस वजह से हत्या कर दी थी, क्योकि उसने शराब पीने के पैसे नही दिए थे। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान अनिल और सागर के रूप में हुई है।
घटना 10 फरवरी, 2018 की देर रात की है। बाहरी दिल्ली के रणहौला थाने की पुलिस ने बापरौला गांव स्थित राजीव रतन आवास, फेज-2 के पार्क से रक्त से सराबोर एक युवक का शव बरामद किया, जिसके सिर पर किसी ठोस हथियार से चोट के गंभीर जख्म थे। मामला हत्या का था।
मौके पर शव के पास ही बड़ा सा पत्थर पड़ा हुआ था। पत्थर पर मौजूद खून के निशान से इस संभावना को बल मिला, कि वारदात में उस पत्थर का इस्तेमाल हुआ है। शव की शिनाख्त मुजाहिद खान उर्फ बबलू, पुत्र मोहम्मद जाहिद खान, निवासी राजीव रतन आवास, फेज-2, बपरौला के रूप में हुई। घटना का कोई चश्मदीद गवाह नही था।
शव की शिनाख्त के बाद स्थानीय पुलिस ने जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर, इस बाबत अज्ञात हत्यारे के खिलाफ रणहौला थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। जबकि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जांच के दौरान मृतक के परिजनों ने किसी पर शक की संभावना से इनकार किया। बतौर परिजन, मृतक या उनकी हालिया या पुरानी किसी शख्स से नही थी। ऐसे में बिना सुराग के इस मामले को हल कर पाना पुलिस के लिए आसान काम नही था। घटना का रहस्य बना रहा।
बाहरी दिल्ली के स्पेशल स्टाफ के तेज तर्रार व अनुभवी सब इंस्पेक्टर कमलेश कुमार ने इस ब्लाइंड मर्डर को एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया। दरअसल सब इंस्पेक्टर कमलेश कुमार का मानना था कि यदि वारदात का खुलासा जल्द नही हुआ, तो आरोपी सतर्क हो जाएंगे। फिर उन तक पहुंच पाना पुलिस के लिए आसान काम नही होगा। सब इंस्पेक्टर कमलेश कुमार ने वारदात के जल्द खुलासे के लिए अपने नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया। इस टीम में सब इंस्पेक्टर रवि कुमार, तेज-तर्रार महिला थानेदार निशु, ASI राजबीर सिंह, हेड कांस्टेबल रूपेश, ऋषि, सुरेश व जसबीर सिंह, कांस्टेबल राजेन्द्र, परमजीत सिंह, संदीप यादव तथा दिलीप शामिल थे। जबकि टीम का निर्देशन बाहरी दिल्ली स्पेशल स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर सुखबीर मालिक।
पुलिस टीम ने बारीकी पूर्वक पड़ताल के बाद वारदात में शामिल अनिल और सागर नामक दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
मूल रूप से राजीव रतन आवास, फेज-2 के रहने वाले गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने बताया कि मृतक उन दोनों का जिगरी दोस्त था और वह तीनो साथ-साथ शराब पीते थे। बकौल आरोपी, घटना के दिन यानी 10 फरवरी की देर शाम वह तीनो साथ पार्क में थे। उसी दौरान दोनों आरोपियों ने शराब पीने के लिए मृतक से पैसे की मांग की। मृतक ने पैसे देने से मना कर दिया और इस बात पर इनके बीच आपस मे कहासुनी हो गयी। इसी कहासुनी में गुस्से में आकर अनिल व सागर ने पत्थर से सिर कुचलकर मृतक का कत्ल कर दिया था।
पुलिस टीम आरोपियों की निशानदेही पर मृतक के खून सने कपडे बरामद कर लिए हैं, जो उन्होंने वारदात में दौरान पहन रखे थे। पुलिस जांच जारी है।
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