पटना-नयी दिल्ली(एजेंसी)।वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि उनका दल बिहार में महागठबंधन का हिस्सा है और रहेगा।
श्री सहनी ने दूरभाष पर हुई बातचीत के दौरान कहा कि चाहे उनकी पार्टी को उम्मीद से दो-चार सीटें कम भी मिले, लेकिन वह महागठबंधन में बने रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि हमारा लक्ष्य राज्य से वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंकना है और नेतृत्व युवाओं के हाथ में सौंपना है।
वीआईपी के संबंध में मीडिया में छप रही खबरों को तथ्यों से परे बताते हुए पार्टी प्रमुख श्री सहनी ने कहा कि अगले कुछ दिनों में कौन कहां से और कितने सीटों पर लडेगा तथा एजेंडा क्या होगा? सब कुछ तय हो जायेगा।
श्री सहनी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि लोक सभा चुनाव में स्थितियां कुछ और थी, इसलिए बिहार में महागठबंधन के साथ उनकी पार्टी को सफलता नहीं मिली, लेकिन विधान सभा चुनाव में राज्य की जनता बदलाव के मूड में है।
उपमुख्यमंत्री पद की मांग के संबंध में वीआईपी के नेता ने कहा कि वह यह पद किसी अति पिछड़ा को दिए जाने के पक्ष में हैं। उनकी निजी कोई लालसा नहीं है।
श्री सहनी ने यह भी कहा कि वह दरभंगा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन गठबंधन की मजबूरी के कारण खगड़िया से मैदान में उतरे थे।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कहा यह जा रहा है, कि महागठबंधन में मांझी के बाद श्री सहनी एवं उपेन्द्र कुशवाहा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। इन्हे अपने प्रत्याशियों की सूची देने को भी कहा गया है, ताकि उन नामों पर गंभीरता से विचार किया जा सके,जो इन्हे रास नहीं है। वे इसे दल की स्वायत्ता के खिलाफ मानते हैं।
हालांकि महागठबंधन से जुड़े जमीनी लोगों का भी यही मत है, कि पहले सभी दल अपने प्रत्याशियों की सूची लेकर बैठें और उसके बाद दमदार उम्मीदवारों को देखकर सीट शेयरिंग का फार्मूला तय करें।