दिल्ली: कारोबारियों को धमकाकर वसूली में संलिप्त ‘चीता गिरोह’ का मास्टरमाइंड साथियों सहित धरा गया, आउटर डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी परविंदर सिंह के मार्गदर्शन में Ps मुंडका SHO गुलशन नागपाल, SI रमेश कुमार, ASI जसवंत सिंह, HC सुनील व CT विजय की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने राजधानी में कारोबारियों को धमकाकर उनसे उगाही करने में संलिप्त ‘चीता गिरोह’ के मास्टरमाइंड को उसके तीन अन्य प्रमुख सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अपराधियों से दो कंट्री मेड पिस्टल, 5 जिंदा कारतूस व वारदात में इस्तेमाल एक पल्सर बाइक की बरामदगी हुई है। इसके अलावा अपराधियों से मुंडका थाने में दर्ज एक हत्या के प्रयास के मामले सहित कुछ अन्य मामलों के खुलासे की खबर भी आ रही है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में अपराधी

यह कामयाबी मिली है, आउटर डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी परविंदर सिंह के मार्गदर्शन, नांगलोई सब डिवीजन के ACP महेंद्र कुमार मीणा के निर्देशन तथा मुंडका थाने के SHO इंस्पेक्टर गुलशन नागपाल के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार, थानेदार जसवंत सिंह, हेड कांस्टेबल सुनील कुमार और कांस्टेबल विजय कुमार शामिल थे। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

SHO इंस्पेक्टर गुलशन नागपाल

पकड़े गए अपराधियों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड भरत उर्फ चीता, पुत्र राजपाल, निवासी मकान नंबर 228, मालवां पाना, गांव झड़ौदा कलां (दिल्ली), 21 वर्षीय साहिल, पुत्र अमर सिंह, निवासी मकान नंबर 37, बाल्मीकि पाना, गांव मित्राओं (दिल्ली), 22 वर्षीय ललित मेहरा, पुत्र धर्मबीर, निवासी मकान नंबर 223, मालवां पाना, गांव झड़ौदा कलां (दिल्ली) और 20 वर्षीय मनोज, पुत्र ओमप्रकाश, निवासी मकान नंबर 306, भयानी अमीरपुर, नारनौंद, जिला हिसार (दिल्ली) के रूप में हुई है।
पकड़े गए अपराधियों में भरत उर्फ चीता के खिलाफ पहले से भी संगीन मामले दर्ज हैं।
बता दें कि यह वही अपराधी हैं, जिन्होंने 16 अक्टूबर को मुंडका इलाके में स्थित एक कारोबारी के दफ्तर पर वसूली के लिए फायरिंग की थी।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।