दिल्ली: लूट/वाहन चोरी/स्नैचिंग से आतंक का पर्याय बने ‘अमन मंगोलपुरिया गैंग/चेला गैंग’ के खुलासे से MVT के 20 मामले खुले, क्राइम ब्रांच (NR-1) के ACP अनिल शर्मा के निर्देशन में इंस्पेक्टर सतीश मलिक व पंकज ठाकरान की संयुक्त टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने राजधानी में ताबड़तोड़ वाहन चोरी, लूट व स्नैचिंग की घटनाओं से दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा रखे शातिर ‘अमन मंगोलपुरिया/चेला गैंग’ का खुलासा करते हुए, गिरोह के मास्टरमाइंड सहित चार सक्रिय अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अपराधियों में एक कबाड़ी भी शामिल है, जो गिरोह का रिसीवर था।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

पहले से कई संगीन वारदातों में संलिप्त धरे गए अपराधियों से चोरी के 11 वाहन व आंशिक रूप से नष्ट किये गए चोरी के 9 वाहनों की पार्ट-पुर्जों की बरामदगी के साथ वाहन चोरी के 20 मामलों का खुलासा हुआ है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

ACP अनिल शर्मा

यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (NR-1) के ACP अनिल शर्मा के निर्देशन तथा इंस्पेक्टर पंकज ठाकरान व इंस्पेक्टर सतीश मलिक के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर सीताराम, थानेदार अशोक, हेड कांस्टेबल संदीप, त्रिशपाल, विकास, दिनेश, नितिन कुमार, मनदीप, नवल, विकास व राज आर्यन शामिल थे। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

इंस्पेक्टर सतीश मलिक

दो अलग-अलग घटनाओं में धरे गए अपराधियों की पहचान ‘अमन गैंग’ के मास्टरमाइंड अमन मंगोलपुरिया उर्फ अमन उर्फ अमित, पुत्र चोखे लाल उर्फ छोटे लाल, निवासी ओ-80, कृष्ण विहार (दिल्ली), ‘चेला गैंग’ के मास्टरमाइंड 28 वर्षीय चेला उर्फ नरेश उर्फ नितिन, पुत्र सतबीर, निवासी G-1692, जहांगीरपुरी (दिल्ली), 22 वर्षीय शिवम, पुत्र नरेश, निवासी D-318, डी ब्लाक, मंगोलपुरी (दिल्ली), और एक कबाड़ी त्रिलोक के रूप में हुई है, जो गिरोह से चोरी के वाहनों को खरीदकर उनके पार्ट-पुर्जों को मार्किट में बेचता था।
पकड़े गए अपराधियो की जहां तक आपराधिक फेहरिस्त की बात है, वह लंबी है। इनमे अमन के खिलाफ विभिन्न थानों में आर्म्स एक्ट व MVT के 10 मामले पहले से दर्ज हैं। जबकि नरेश उर्फ चेला पर पहले से डकैती, स्नैचिंग व वाहन चोरी के पांच मामले पहले से दर्ज हैं।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।