नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन जालसाजों के गिरोह का खुलासा किया है, जो हालिया कुछ वर्षों में देश भर के एक हज़ार से ज्यादा भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाकर, उनसे अबतक करीब तीन करोड़ की ठगी कर चुके थे।
मामले में नाइजीरियन मूल के तीन अंतरराष्ट्रीय शातिर ठगों को गिरफ्तार किया गया है। धरे गए आरोपियों से वारदात में इस्तेमाल 15 महंगे मोबाइल फोन, 20 सिम कार्ड, 2 लैपटॉप और चार डोंगल की बरामदगी के साथ, विभिन्न हिस्सों में घटित ठगी के करीब आधा दर्जन मामलों का खुलासा हुआ है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी IPS श्वेता चौहान के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP योगेश मल्होत्रा के निर्देशन तथा डिस्ट्रिक्ट साइबर सेल थाने के SHO इंस्पेक्टर खेमेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर दीपक, थानेदार पंकज यादव, सिरमौर, हेड कांस्टेबल सागर, तेजवीर, विजय शर्मा, कांस्टेबल कुलदीप, सुरजीत और अनुभवी महिला कांस्टेबल गीता शामिल थी।
पुलिस टीम के हत्थे चढ़े अंतरराष्ट्रीय ठगों की पहचान पॉल नयेजी, पुत्र इकेना अतुह, सैमुएल अनियागोर और चार्ल्स पिवस के रूप में हुई है। यह तीनों नाइजीरियन नागरिक हैं।
बता दें कि गिरोह के सदस्य पहले मेट्रीमोनियल साइट्स और सोशल साइट्स प्लेटफॉर्म के जरिये शिकार को अपने आकर्षक जाल में फंसाते। इसके बाद यह शिकार को उपहार भेजने का प्रलोभन देकर, कस्टम ड्यूटी, डॉलर/यूरो और अन्य आधिकारिक शुल्कों के रूपांतरण शुल्क के नाम पर उनसे अपने अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करा लेते थे।
पुलिस टीम ने आरोपियों से 2 लाख नक़द की बरामदगी के साथ, इनके अकाउंट में पड़े चार लाख नक़द सीज करा दिया है।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।