नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस व बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने साइबर अपराधियों के एक ऐसे अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा किया है, जो ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के नाम पर जरूरतमंद लोगों से लाखों की साइबर ठगी कर चुके थे। मामले में गिरोह के मास्टरमाइंड 40 वर्षीय कामता सिंह व इसके एक प्रमुख सहयोगी 33 वर्षीय कमलेश पासवान सहित दो अन्य साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। निःसंदेह यह पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की साइबर सेल के डीसीपी अनयेश राय के मार्गदर्शन, ACP आदित्य गौतम के निर्देशन व अबतक 50 से ज्यादा सनसनीखेज मामलों का खुलासा कर चुके साइबर सेल के तेज-तर्रार इंस्पेक्टर कुलदीप शर्मा के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर अजित सिंह, हेड कांस्टेबल रणदीप, सतीश व कांस्टेबल राकेश शामिल थे। संयुक्त पुलिस टीम ने इस गिरोह का खुलासा किया है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
बिहार से गिरफ्तार चारो आरोपियों में दो अपराधी कामता सिंह व कमलेश पासवान को बख्तियारपुर से गिरफ्तार किया गया। जबकि दो अन्य आरोपी दानापुर से गिरफ्तार हुए हैं।
बता दें कि यह गिरोह दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में कोरोना मरीज के परिजनों से ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने की बात कहकर अकाउंट में पैसे मंगा लेता, इसके बाद मोबाइल ऑफ कर देता था। गिरोह के शिकार एक पीड़ित की शिकायत पर दिल्ली में इस बाबत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
पकड़े गए आरोपियों से कई मोबाइल फोन व पासबुक की बरामदगी के साथ कुछ मामलों के खुलासे की खबर भी आ रही है। इसके अलावा गिरोह सरगना कामता सिंह के बैंक अकाउंट में कुछ माह में 17.63 लाख रुपये जमा मिले, ऐसी सूचना है।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।