नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शातिर अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा किया है, जो दिल्ली एनसीआर में गैंगस्टर्स को अवैध हथियारों की सप्लाई के साथ हनी ट्रैप व ऑनलाइन ठगी के धंधे में संलिप्त था। बहरहाल भारी मात्रा में अवैध असलाह के साथ गिरोह के मास्टरमाइंड को धरा गया है, जिसने खुलासा किया है कि वह अबतक एक साल के अंदर सौ से ज्यादा गैंगस्टर्स को दिल्ली एनसीआर में आर्म्स की सप्लाई के साथ, दो सौ से ज्यादा लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बना चुका है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (IGIS) के ACP गिरीश कौशिक के निर्देशन तथा इंस्पेक्टर (अब ACP) रिछपाल सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार इंस्पेक्टर संजय, सब इंस्पेक्टर महावीर, थानेदार ब्रजलाल, मुकेश, हेड कांस्टेबल प्रवीण, धर्मराज, सुरेंद्र, योगेश, राजीव, कांस्टेबल सुनील, मिंटू व श्याम सुंदर शामिल थे।
पकड़े गए अपराधी की पहचान 27 वर्षीय जावेद, पुत्र हज़ार खान, निवासी गांव बेमानी, थाना जुहेरा, जिला भरतपुर (राजस्थान) के रूप में हुई है। मामले में गिरोह के कुछ सदस्य फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का प्रयास लगातार जारी है।
पुलिस टीम ने इस खतरनाक अपराधी को द्वारका इलाके में स्थित गोयला डेयरी ब्रिज के पास से उस समय गिरफ्तार किया, जब यह बदमाश राजस्थान के जयपुर स्थित थाना साउथ जयपुर इलाके से चोरी हुई बाइक पर किसी गैंगस्टर को आर्म्स की सप्लाई देने जा रहा था।
अपराधी के पास से दो देशी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, चोरी की एक बाइक व एक स्कूटी की बरामदगी हुई है। बरामद स्कूटी 29 अक्टूबर, 20 को दिल्ली के तिलकनगर इलाके से चोरी हुई थी।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।