नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने अन्तर्राज्यीय ऑटो लिफ्टर्स ‘रिजवान गिरोह’ के मास्टरमाइंड को उसके एक अन्य प्रमुख सहयोगी के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
पकड़े गए अपराधियों की निशानदेही पर दूसरे राज्यों से छह लग्जरी गाड़ियों की बरामदगी के साथ, छह मामलों का खुलासा हुआ है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, द्वारका डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी शंकर चौधरी के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट AATS के इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार के निर्देशन तथा तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर विकास यादव व सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में थानेदार जितेंद्र, हेड कांस्टेबल जगत, सोनू, विजय, राजवीर, संदीप, कांस्टेबल मनोज, सत्येंद्र, इंदर, मनीष और अरविंद शामिल थे। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
पकड़े गए अपराधियों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड 27 वर्षीय रिजवान, पुत्र मोहम्मद रहीश, निवासी मकान नंबर 407, पुरवा फैयाज अली, जिला मेरठ (उत्तरप्रदेश) और मोहम्मद फ़ैज़र, पुत्र भूरा, निवासी गांव पोहली, तहसील सरधना, जिला मेरठ (उत्तरप्रदेश) के रूप में हुई है।
धरे गए अपराधियों की जहां तक आपराधिक फेहरिस्त की बात है, इनमे गिरोह सरगना रिजवान के खिलाफ विभिन्न थानों में पहले से कई मामले दर्ज हैं।
बता दें कि दिल्ली व उत्तरप्रदेश में इस गिरोह का मुख्य नेटवर्क है। वाहन चोरी के अलावा यह गिरोह दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियों को सस्ते दामों में खरीद लेता। फिर उनकी नंबर प्लेट चोरी की लग्जरी गाड़ियों में इस्तेमाल कर, उन्हें ऊंचे दामों में बेच देने के धंधे में संलिप्त था।
पकड़े गए अपराधियों की निशानदेही पर छह लग्जरी गाड़ियां- क्रेटा, ब्रेजा, बलेनो व स्विफ्ट डिजायर जैसी लग्जरी गाड़ियों की बरामदगी जोधपुर, जयपुर, झुंझुनूं व मेरठ से हुई है।
गिरोह के कुछ सदस्य फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी लिए पुलिस टीम का प्रयास लगातार जारी है।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।