दिल्ली: दिल्ली सहित अन्य राज्यों के मोबाइल फोन लुटेरों/स्नैचरों/चोरों के अन्तर्राज्यीय मुख्य रिसीवर गिरोह के खुलासे से 34 मामले खुले, दक्षिण पश्चिम दिल्ली ऑपरेशन सेल के ACP अभिनेन्द्र जैन के निर्देशन व स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर राकेश शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मेवात पृष्ठभूमि से संबद्ध एक ऐसे अन्तर्राज्यीय गिरोह का खुलासा किया है, जो दिल्ली एनसीआर के अलावा करीब एक दर्जन राज्यों के मोबाइल फोन लुटेरों/स्नैचरों/जेबताराशों/चोरों के रिसीवर थे। यह गिरोह अबतक विभिन्न राज्यों के अपराधियों से करीब 5 हज़ार मोबाइल फोन सस्ते दाम में खरीदकर उन्हें बेच चुका है। पकड़े गए आरोपियों में गिरोह के मास्टरमाइंड के अलावा तीन अन्य प्रमुख आरोपी हैं। इनके पास से लूट/सेंधमारी की 70 महंगे मोबाइल फोन व वारदात में इस्तेमाल एक क्रेटा कार की बरामदगी के साथ, 34 मामलों के खुलासे की खबर आ रही है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

बरामद मोबाइल फोन के साथ पुलिस दल व आरोपी

यह कामयाबी मिली है, साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP अभिनेन्द्र जैन के निर्देशन तथा डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश शर्मा के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को।

ACP अभिनेन्द्र जैन

पकड़े गए शातिर अपराधियो/रिसीवरों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड 24 वर्षीय जियाउद्दीन, पुत्र इमाम उद्दीन, निवासी गांव मदनपुर, फिरोजपुर झिरका, जिला नूह (हरियाणा), 25 वर्षीय मोहम्मद आलिम, पुत्र मोहम्मद आरिफ, निवासी मकान नंबर 239, ग़ालिब नगर, फिरोजाबाद (उत्तरप्रदेश), 23 वर्षीय अजय, पुत्र राजकुमार, निवासी मकान नंबर सी-9/591, सुल्तानपुरी (दिल्ली) और 27 वर्षीय शिव कुमार, पुत्र केशव, निवासी गांव कुंडला, थाना कुंडला, जिला फिरोजाबाद (उत्तरप्रदेश) के रूप में हुई है।

इंस्पेक्टर राकेश शर्मा

जहां तक गिरफ्तार अन्तर्राज्यीय अपराधियों/रिसीवरों की आपराधिक फेहरिस्त की बात है, वह काफी लंबी है। इनमे गिरोह सरगना जियाउद्दीन पर दिल्ली के विभिन्न थानों में करीब आधा दर्जन मामले पहले से दर्ज हैं। वहीं शिव कुमार पर 2 मामले, जबकि अजय पर करीब एक दर्जन मामले पहले से दर्ज हैं।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।