दिल्ली: दो कारोबारियों को लूटने वाला शातिर लुटेरा धरा गया, क्राइम ब्रांच के डीसीपी मनोज सी के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच (STARS-2) के इंस्पेक्टर दिनेश मोरल व अरुण सिंधु के संयुक्त नेतृत्व में गठित टीम ने पकड़ा

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने यमुनापार इलाके में अलग-अलग घटनाओं में दो व्यवसायियों को पिस्टल की नोक पर लूटने वाले ‘दिलशाद गिरोह’ के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए खतरनाक लुटेरे से एक ऑटोमैटिक पिस्टल व चार जिंदा कारतूस की बरामदगी के साथ, कुछ अन्य मामलों के खुलासे की खबर भी आ रही है।
यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के डीसीपी मनोज सी के मार्गदर्शन, क्राइम ब्रांच (STARS-2) के ACP अरविंद कुमार के निर्देशन तथा इंस्पेक्टर दिनेश मोरल व इंस्पेक्टर अरुण सिंधु के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर हवा सिंह, अर्जुन सिंह, रजनीश, थानेदार चंद्र प्रकाश, प्रमोद, जांबाज हेड कांस्टेबल अवधेश शर्मा, शशिकांत, कांस्टेबल सचिन व राहुल शामिल थे।

इंस्पेक्टर दिनेश मोरल

यमुनापार इलाके में आतंक का पर्याय बने गिरफ्तार गिरोह के मास्टरमाइंड की पहचान 33 वर्षीय शमशेर उर्फ दिलशाद, पुत्र कयूम, निवासी बी-20/2, हरिजन बस्ती, कोंडली (दिल्ली) के रूप में हुई है।
पकड़े गए शातिर लुटेरे की जहां तक आपराधिक फेहरिस्त की बात है, लंबी है। इसके खिलाफ दिल्ली के विभिन्न थानों में हत्या, लूट व आर्म्स एक्ट के करीब आधा दर्जन मामले पहले से दर्ज हैं। इसके अलावा यह Ps कल्याणपुरी के एक मामले में पहले दोषी करार दिया गया था।
बता दें कि राजधानी के यमुनापार इलाके में लूटपाट की घटना में संलिप्त इस अपराधी ने राजधानी के यमुनापार इलाके में अलग-अलग घटनाओं में साथियों के सहयोग से दो व्यवसायियों के साथ पिस्टल की नोक पर लूट की घटना को अंजाम दिया था। इसमे पहली घटना 31 जुलाई, 21 की है, जब इस अपराधी ने यमुनापार इलाके में स्थित जगतपुरी रेड लाइट पर एक व्यवसायी से 80 हज़ार रुपये की लूट की घटना को अंजाम दिया है। जबकि दूसरी घटना Ps मानसरोवर इलाके की है, जहां इसने साथियों के साथ मिलकर एक दुकान से डेढ़ लाख रुपये लूट लिए थे।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।