दिल्ली: पशु तस्करी/पशु वध में संलिप्त अन्तर्राज्यीय गिरोह का मास्टरमाइंड साथी सहित मुठभेड़ के बाद धरा गया, नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी सागर सिंह कालसी के मार्गदर्शन में स्पेशल स्टाफ इंचार्ज राज मलिक की टीम ने पकड़ा

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली एनसीआर व हरियाणा में पशु तस्करी/पशु वध/ के धंधे में सक्रिय अन्तर्राज्यीय पशु तस्कर गिरोह के मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद को उसके एक अन्य प्रमुख सहयोगी के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अपराधियों के पास से एक कंट्री मेड पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, एक इस्तेमाल कारतूस व वारदात के दौरान इस्तेमाल एक स्कूटी की बरामदगी के साथ, करीब आधा दर्जन मामलों के खुलासे की खबर आ रही है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

यह कामयाबी मिली है, नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी सागर सिंह कालसी के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP जयपाल सिंह के निर्देशन तथा डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ/AATS के इंचार्ज इंस्पेक्टर राज मलिक के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर विनीत कुमार, सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार, थानेदार हरफूल, जितेंद्र, हेड कांस्टेबल प्रवीण सैनी, अमित कुमार, जगोम, अर्जुन सिंह, जाग्रित सिंह, कांस्टेबल हंसराज, प्रवीण शर्मा, अजय कुमार और विनीत शामिल थे।

इंस्पेक्टर राज मलिक

पकड़े गए अपराधियों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड 29 वर्षीय मोहम्मद जावेद, निवासी मल्कागंज, Ps सब्जी मंडी (दिल्ली) और 30 वर्षीय मोहम्मद शमीम नदाफ उर्फ सलीम, निवासी कबीर बस्ती, मल्कागंज (दिल्ली) के रूप में हुई है।
बता दें कि आरोपियों में शमीम नदाफ पेशे से अनुबंध पर आधारित सरकारी कर्मचारी है। फिलहाल यह हिन्दू राव अस्पताल के पीछे स्थित कचरा डंप यार्ड में बतौर गार्ड के पद पर कार्यरत था। जबकि मुख्य आरोपी मोहम्मद जावेद राजधानी के एक बूचड़खाने में काम करता है।
जहां तक गिरोह के मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद की आपराधिक पृष्ठभूमि की बात है, इसके खिलाफ दिल्ली व हरियाणा के विभिन्न थानों में करीब आधा दर्जन मामले पहले से दर्ज हैं, ऐसी खबर है।
उपर्युक्त दोनो अपराधियों को हिन्दू राव अस्पताल के पीछे स्थित कचरा डंप यार्ड से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब यह पशु वध की नीयत से वहां उपस्थित थे।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।