– ई.मुकेश/नजीम
नई दिल्ली(एजेंसी)। ‘कहते हैं, जिसका कोई नहीं उसका खुदा है यारों।’ इस कहावत को एक बार फिर सिद्ध किया है दिल्ली का प्रसिद्ध बंगला साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने। इन्होंने रोजाना की सेवाओं के अलावा कोरोना संकट से जूझते लोगों एवं आंदोलकारी किसानों के लिए भोजन एवं दवाएं उपलव्ध कराकर एक मिसाल कायम कर दिया है।
गुरूद्वारे के चेयरमैन भूपिंदर सिंह भुल्लर ने यहां एक इंटरव्यू में बताया कि गत वर्ष मार्च में कोरोना संकट को लेकर लाकडाउन लगने से अचानक जैसे सब कुछ ठप्प हो गया।पलायन एवं बड़ी आवादी के समक्ष भोजन एवं दवा की गंभीर समस्या खड़ी हो गयी।
उन्होंने बताया कि गुरूद्वारे की रोजाना चढ़ावे की आमदनी भी बंद हो गयी, लेकिन सेवकों ने ट्रकों में भर भर कर रसद उपलव्ध कराये, जिस वजह से हमलोग प्रतिदिन दो से ढाई लाख लोगों को भोजन मुहैया कराने में सफल रहे। दिल्ली के बोर्डरो पर आंदोलनरत किसान भाईयों के लिए भी वैसे ही भोजन पानी मुहैया कराया जा रहा है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की कार्यकारिणी के सदस्य श्री भुल्लर ने कहा कि जरुरत मंदों को लागत मूल्य पर गुरूद्वारे की दवा खाने से दवाईयां उपलव्ध करायी जा रही है।
किसान परिवार से जुड़े श्री भुल्लर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार को किसान एवं किसानी को बचाने के लिए
आंदोलनकारियों की मांगों को तुरंत मान लेना चाहिए। मौजूदा कानून किसानों के हित में नहीं है।एल.एस।