नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने राजधानी के आनंद पर्वत इलाके में हालिया घटित बहुचर्चित ’45 लाख की ज्वेलरी लूटकांड’ का खुलासा कर दिया है। मामले का आरोपी शिकायतकर्ता उमेश भोंसले ही निकला, जिसने अपने मालिक की स्वर्ण ज्वेलरी हड़पने के लिये खुद यह साजिश रची थी। पुलिस ने आरोपी से पूरी ज्वेलरी की बरामदगी के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, ACP पीयूष जैन के निर्देशन तथा आनंद पर्वत थाने के SHO इंस्पेक्टर मुकेश अंतिल के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर अमित, शिव प्रकाश, कांस्टेबल सुरेंद्र व नितेश शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि 30 सितंबर, 2020 को करोलबाग स्थित ‘श्रीचंद श्रवण कुमार ज्वेलर्स’ में सेल्समैन का काम काम करने वाले उमेश भोंसले नामक एक शख्स ने आनंद पर्वत थाने में शिकायत दर्ज कराई, कि दो युवकों ने उससे बैग लूट लिये, जिसमे करीब 45 लाख रुपये के 980 ग्राम सोने के आभूषण थे। बकौल उमेश भोंसले, वह आज मार्केटिंग के लिए पीतमपुरा जा रहा था। जब वह जखीरा फ्लाइओवर पर पहुंचा, तो एक काले रंग की बाइक पर सवार दो युवक अचानक उसके सामने पहुंचे और उन्होंने उसपर चाकू जैसी तेजधार हथियार से वार कर, उससे उसका काले रंग का बैग छीनकर वे दोनो युवक बाइक पर पंजाबी बाग की तरफ भाग गए। बैग में 980 ग्राम सोने की ज्वेलरी थी।
मामला गंभीर था। आनंद पर्वत थाने के SHO इंस्पेक्टर मुकेश अंतिल ने शिकायतकर्ता के उपरोक्त बयान पर त्वरित कार्रवाई करते हुए इस बाबत थाने में अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 281/20 पर भादवी की धारा 392/394/397/34 के तहत दर्ज कर कर लिया।
मामले की जांच के दौरान पुलिस टीम ने घटना की हर पहलुओं पर सूक्ष्मता पूर्वक पड़ताल किया। हर संभावित नजरिये से पड़ताल के बाद आखिरकार पुलिस टीम का शक शिकायतकर्ता पर ही गया। दरअसल शिकायतकर्ता से पूछताछ के दौरान उसके दिए गए बयानों में विरोधाभास व जांच के दौरान मिले कई ऐसे तथ्य थे, जो इस बात की ओर इशारा कर रहे थे, कि शिकायतकर्ता पुलिस टीम को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। उसके जिस्म पर कोई खास ऐसा जख्म भी नही था, जिससे उसपर हमले की पुष्टि होती।
शक के आधार पर पुलिस टीम ने शिकायतकर्ता उमेश भोंसले से जब मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की, तो शक सही निकला। उमेश भोंसले ने स्वीकार लिया कि उसने ज्वेलरी हड़पने के लिये खुद यह साजिश रची थी। बकौल उमेश भोंसले, उसे पैसों की सख्त जरूरत थी, क्योंकि जल्द उसकी शादी होनी थी। लिहाजा उसने ज्वेलरी हजम करने की नीयत से लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी।
पुलिस टीम ने अपराध स्वीकारोक्ति के साथ ही उमेश भोंसले को गिरफ्तार कर, पहले से दर्ज इस मुकदमे की धारा को भादवी की धारा 408/411 में परिवर्तित कर दिया। साथ ही आरोपी की निशानदेही पर काले रंग की बैग सहित कुल ज्वेलरी की बरामदगी भी कर ली है।
आरोपी 33 वर्षीय उमेश भोंसले, पुत्र दत्तात्रेय, निवासी गांव ढोकलवादी, जिला सतारा (महाराष्ट्र) मात्र दसवीं कक्षा तक पढ़ाई कर रखा है। यह पिछले दो साल से दिल्ली में है।
बहरहाल पुलिस तफ्तीश जारी है।