नई दिल्ली। वैदिक मंत्रो के उच्चारण के साथ प्रारंभ और राम मंदिर निर्माण के लिए चाँदी की शिला के समर्पण के बीच मतवाले नौजवानो के देशभक्ति के गीतों, वंदेमातरम, जय हिंद, भारत माता की जय, राष्ट्रनायक चंद्रशेखर आज़ाद अमर रहे के ओजपूर्ण नारों, शास्त्रीय संगीत की मधुर तानो पर ईश वंदना करती नृत्यांगनाए, मिशन वंदे मातरम फाउंडेशन के पिछले एक वर्षों का लेखा जोखा, आजाद के प्रेरणादायी जीवन प्रसंगो को याद कर भावुक होते वक्ता और देशभक्ति के भाव से सराबोर दर्शकों के बीच “स्वराज रक्षक सम्मान -2021” से सम्मानित होते देश के कर्मयोगी प्रखर बुद्धिजीवी, लेखक, पत्रकार, समाजसेवी , चिकित्सक व अध्यापक, कुछ ऐसा दृश्य था 27 फ़रवरी 2021को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में पंडित चंद्र्शेखर आज़ाद जी की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य पर आयोजित विचार गोष्ठी व ‘स्वराज रक्षक सम्मान – 2021’ का।
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन, अतिथियों के स्वागत व परिचय के साथ वन्दे मातरम गान, राममंदिर निर्माण हेतु चाँदी की शिला का पूजन व समर्पण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुआ। उसके उपरांत ‘मिशन वंदेमातरम’ के अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी द्वारा संस्था के उद्देश्यों, कार्यों व भविष्य की योजनाओं पर उदबोधन दिया गया।
इसके बाद परिचर्चा, पं. चंद्रशेखर आज़ाद का देश की आज़ादी में योगदान व भविष्य के युवा का आयोजन हुआ, जिसमें बतौर प्रतिभागी प्रो. पी वी शर्मा जी (कुलपति, एमिटी विश्वविद्यालय, गुरुग्राम), मिशन वन्दे मातरम के मुख्य संरक्षक श्री रमेश बिधूड़ी (सांसद, दक्षिणी दिल्ली), श्री जितेंद्र मणि त्रिपाठी (DCP, दिल्ली मेट्रो), श्रीमती अनु सिन्हा (अंतरराष्ट्रीय कथक नृत्यांगना) व श्री अनुज अग्रवाल (संपादक, डायलॉग इंडिया व अध्यक्ष, मौलिक भारत) ने भाग लिया। इसके अलावा नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का संदेश भी सदन को सुनवाया गया। जिंबाम्बे से आए शिक्षाविद व वहां के प्रमुख विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
उक्त अवसर पर दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी ने चंद्रशेखर आज़ाद को श्रद्धांजलि देते हुए मिशन के कार्यों को सराहा व युवाओं में मिशन के कार्यों का अभिनंदन करते हुए संस्था को हर संभव सहयोग देते रहने का आश्वासन भी दिया। संस्था ने सांसद महोदय को राममंदिर निर्माण के लिए मंदिर समिति तक पहुँचाने के लिए “ चाँदी की शिला“ भी सौंपी।
संस्था के संरक्षक प्रो पीवी शर्मा ने देश में वर्तमान में व्याप्त नयी चुनौतियों, विशेषकर पर्यावरण प्रदूषण से लड़ने व मिशन को इस दिशा में भी काम करने के लिए प्रेरित किया।
DCP जितेंद्र मणि त्रिपाठी ने युवाओं को आज़ाद के जीवन से प्रेरणा लेते हुए देशसेवा करने का भाव जगाया। जबकि अनुज अग्रवाल ने चंद्रशेखर आज़ाद के जीवन संघर्ष को रेखांकित करने वाले प्रसंगों को सदन के सामने रखा, तो प्रो प्रमोद सैनी व वरिष्ठ पत्रकार उमेश चतुर्वेदी ने चंद्रशेखर आज़ाद को सबसे बड़ा क्रांतिकारी बताते हुए उन पर और शोध करने व उनके कार्यों को मुख्यधारा में लाने का आह्वान किया।
परिचर्चा के उपरांत स्वराज रक्षक सम्मान – 2021 का वितरण व विजेताओं का संबोधन हुआ।
इस वर्ष स्वराज रक्षक सम्मान – 2021 निम्न व्यक्तियों को दिया गया-
1)डॉक्टर दीपक कुमार वर्मा, लेखक व समाजसेवी।
2)रवि शंकर जी, निदेशक ,सभ्यता अध्ययन केंद्र, दिल्ली।
3)प्रो. प्रमोद कुमार , आईआईएमसी, दिल्ली।
4)उमेश चतुर्वेदी, सलाहकार, आल इंडिया रेडियो, दिल्ली।
5) सम्यक् अग्रवाल, उपाध्यक्ष, डायलॉग इंडिया समूह, दिल्ली।
6)राजकुमार अग्रवाल, संपादक, एचएम टीवी, नोयडा।
7)श्री मनीष पारेख, निजी सचिव पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, रायपुर।
8)श्री रविंद्र कुमार, पूर्व आईआरएस, टैक्स गुरु, दिल्ली।
9)डॉ शिल्पी तिवारी, दिल्ली।
10)श्रीमती सुषमा शर्मा, हिंदी टीचर केंद्रीय विद्यालय, तुग़लकाबाद एयरफोर्स, दिल्ली।
11)श्रीमती रिशु रानी, म्यूजिक टीचर, केंद्रीय विद्यालय ,तुग़लकाबाद एयरफोर्स, दिल्ली।
12)श्री अभिषेक शर्मा, प्रबंधक लाइब्रेरी मुखर्जी नगर, दिल्ली।
समारोह के अंत में केंद्र सरकार के लिए प्रस्ताव का सदन द्वारा अनुमोदन किया गया, जिसमें संसद के केंद्रीय कक्ष में चंद्रशेखर आज़ाद का चित्र लगाने की सरकार से माँग की गयी। साथ ही चंद्रशेखर आज़ाद के विचारों व अन्य क्रांतिकारियों की सोच व कार्यों पर अध्ययन के लिए सरकार से एक शोध संस्थान बनाने की माँग की गयी।
धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।