नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अन्तर्राज्यीय ‘पशु लुटेरा गिरोह’ के मास्टरमाइंड खूंखार अपराधी एजाज को उसके चार अन्य प्रमुख सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए लुटेरों से दो कंट्री मेड पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, तीन बटनदार चाकू, एक लोहे की रॉड, एक लकड़ी की लाठी, एक बंडल रस्सी व वारदात के दौरान इस्तेमाल एक बोलेरो वैन की बरामदगी के अलावा, इनसे दिल्ली एनसीआर व हरियाणा के विभिन्न थानों में दर्ज 11 मामलों का खुलासा हुआ है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, द्वारका डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी संतोष कुमार मीणा के मार्गदर्शन, ACP विजय सिंह के निर्देशन तथा द्वारका डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर नवीन कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर रंजीव त्यागी, जयबीर, थानेदार उमेश, हेड कांस्टेबल अनिल, राजकुमार, कुलभूषण, संदीप, जितेंद्र, कांस्टेबल मोहित, राजकुमार और रवि शामिल थे।
पकड़े गए अन्तर्राज्यीय लुटेरों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड 33 वर्षीय एजाज, 35 वर्षीय इरशाद, 24 वर्षीय इस्माइल, 53 वर्षीय साजत और 55 वर्षीय नबिया के रूप में हुई है। उपरोक्त पांचों लुटेरे गांव कामरुद्दीन नगर, मढिये, जिला मेरठ (उत्तरप्रदेश) के रहने वाले बताए जाते हैं।
पकड़े गए शातिर अपराधियों की जहां तक आपराधिक फेहरिस्त की बात है, इनमे गिरोह सरगना एजाज पिछले चार वर्षों से एक मामले में कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित था। वहीं हालिया डकैती के एक मामले में वांछित था।
उपर्युक्त डकैतों को राजधानी के गोयला डेयरी के पास से मुठभेड़ के बाद उस समय गिरफ्तार किया गया, जब यह पांचों डकैत किसी इलाके में डकैती की घटना को अंजाम देने जा रहे थे।
मुठभेड़ के दौरान दिल्ली पुलिस के जांबाज हेड कांस्टेबल राजकुमार व अनिल को गोली लगी। गनीमत यह रही कि यह दोनो पुलिसकर्मी बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखे थे। इस वजह से इन दोनों की जान बच गई। वहीं पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई में इनमे दो बदमाश ज़ख्मी हुए हैं।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।