नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मात्र 48 घंटे में राजधानी के मुखर्जी नगर इलाके में घटित सनसनीखेज ‘श्योराज हत्याकांड’ का खुलासा करते हुए वारदात के मुख्य मास्टरमाइंड सहित अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।
यह कामयाबी मिली है, रोहिणी डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी प्रणव तायल के मार्गदर्शन, डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल के ACP ब्रह्मजीत सिंह के निर्देशन तथा डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार सब इंस्पेक्टर सुदीप, थानेदार दलबीर, कांस्टेबल महेश, महिपाल, अक्षय व अमन शामिल थे। पुलिस टीम को यह कामयाबी मिली है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।
पकड़े गए हत्यारों की पहचान वारदात के मास्टरमाइंड 36 वर्षीय बबलू, निवासी चर्च वाली गली, वजीराबाद (दिल्ली) और इसके साथी 30 वर्षीय राहुल उर्फ राजा, निवासी चर्च वाली गली, वजीराबाद (दिल्ली) के रूप में हुई है। इन दोनों आरोपियों को राजधानी के बेगमपुर इलाके से पकड़ा गया है।
उल्लेखनीय है कि 13 सितंबर को मुखर्जी नगर थाने की पुलिस ने इलाके में स्थित गंदे नाले से एक शख्स का क्षत-विक्षत शव बरामद किया, जिसका गला कटा हुआ था। शव की पहचान श्योराज, मूल निवासी गांव मोहड़ गर्जर, जिला गौतमबुद्ध नगर (उत्तरप्रदेश) के रूप में हुई। जबकि इसका हालिया पता प्लॉट नंबर 139-40, जी ब्लॉक, प्रथम तल, गांधी विहार (दिल्ली) था।
शुरुआती जांच में संभावित हर कोशिश के बाद भी घटना का रहस्य बना रहा। इस ब्लाइंड मर्डर का कोई सुराग पुलिस को नही मिला था।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वारदात का मास्टरमाइंड बबलू राजधानी के वजीराबाद के रामघाट स्थित एक मंदिर में बतौर पुजारी था। मृतक श्योराज ने आरोपी बबलू पर सार्वजनिक रूप से मंदिर परिसर में चोरी करने का आरोप लगाया था। इसी खुंदक में बबलू ने अपने साथी राहुल के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी।