दिल्ली: 50 लाख की हेरोइन के साथ अन्तर्राज्यीय ड्रग्स तस्कर ‘पप्पू व चाचा’ गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच(नारकोटिक्स सेल) के डीसीपी चिन्मय बिश्वाल के मार्गदर्शन व इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र के नेतृत्व में गठित टीम ने धरा

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने उत्तरप्रदेश के बदायूं से संचालित एक अन्तर्राज्यीय ड्रग्स रैकेट का खुलासा कर, ड्रग्स की तस्करी में लिप्त दो बड़े मगरमच्छों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए ड्रग्स सप्लायरों से ड्रग्स तस्करी में इस्तेमाल एक बाइक के अलावा, उत्तम क्वालिटी की 300 ग्राम हेरोइन की बरामदगी हुई है। बरामद हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 50 लाख रुपये बताई जाती है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

पुलिस टीम की गिरफ्त में दोनो ड्रग्स सप्लायर

यह कामयाबी मिली है, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच(नारकोटिक्स सेल) के डीसीपी चिन्मय बिश्वाल के मार्गदर्शन, नारकोटिक्स सेल के ACP मयंक बंसल के निर्देशन तथा तथा नारकोटिक्स सेल के इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में तेज-तर्रार थानेदार ओम प्रकाश, सुधीर, हेड कांस्टेबल अशोक, संजय, परमिंदर, निहाल और कांस्टेबल अनुज शामिल थे।

इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्र

पकड़े गए अन्तर्राज्यीय ड्रग्स सप्लायरों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड 23 वर्षीय परवेज़ आलम उर्फ पप्पू, निवासी गांव निठु, थाना अलापुर, जिला बदायूं (उत्तरप्रदेश) और 56 वर्षीय घनश्याम उर्फ चाचा, निवासी हांसी, हिसार (हरियाणा) के रूप में हुई है।
पकड़े गए दोनो ड्रग्स तस्करों को अलग-अलग इलाके से गिरफ्तार किया गया है। गिरोह के मास्टरमाइंड परवेज़ आलम को पुलिस टीम ने उत्तरप्रदेश के बदायूं स्थित लबेल चौक से पकड़ा। वहीं घनश्याम को दिल्ली के पीरागढ़ी गांव से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब यह किसी अन्य ड्रग्स तस्कर को हेरोइन की सप्लाई देने आया था।
बता दें कि यह गिरोह पिछले करीब पांच वर्षों से ड्रग्स की तस्करी में लिप्त था।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है।