दिल्ली: दिल्ली पुलिस की मेट्रो पुलिस ने ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत 58 दिनों की अवधि में 42 बच्चों को तलाश, ‘चिराग’ से किया उनके घर को रोशन

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने गुमशुदा बच्चों की तलाश के लिए चलाये गए विशेष अभियान ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत तीन गुमशुदा बच्चियों को तलाश कर, उनके परिवार को घर के चिराग से रोशन किया। दिल्ली पुलिस की इस पहल से तीनो बच्चियों के परिजन दिल्ली पुलिस की तहे दिल से सराहना कर रहे हैं।

बरामद बच्चियों के साथ पुलिस दल

यह सफलता मिली है, जनकपुरी मेट्रो स्टेशन थाने के SHO इंस्पेक्टर के के मिश्र के निर्देशन तथा महिला कांस्टेबल Mukeshi व कांस्टेबल जगदीश के संयुक्त नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम को यह सफलता मिली। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

पुलिस दल के साथ बरामद बच्ची

बरामद तीनो बच्चियों में 14 वर्षीया लवन्या संगम विहार (दिल्ली) की रहने वाली है। वहीं 15 वर्षीया मीनाक्षी यूपी के गाजियाबाद की रहने वाली है। जबकि 12 वर्षीया रोशनी चाणक्या प्लेस (दिल्ली) की रहने वाली है।

SHO इंस्पेक्टर के के मिश्र(Ps जनकपुरी मेट्रो स्टेशन)

उपर्युक्त तीनो के अलावा एक अन्य गुमशुदा बच्ची 17 वर्षीया सुचित्रा को भी तलाश लिया गया। यह सफलता दिल्ली है दिल्ली मेट्रो पुलिस की स्पेशल स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर अजय कुमार के निर्देशन व तेज-तर्रार महिला हेड कांस्टेबल सीमा के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम को।
बता दें कि उपरोक्त चारो गुमशुदा बच्चियों के बारे में जनकपुरी मेट्रो स्टेशन थाने की पुलिस को सूचना मिली, कि यह चारो अपने परिजनों से बिछड़कर मेट्रो इलाके में आ गई हैं। इस जानकारी को जनकपुरी मेट्रो स्टेशन थाने की पुलिस व मेट्रो स्पेशल स्टाफ की टीम ने गंभीरता से लिया व अथक प्रयास के बाद चारो बच्चियों को सकुशल तलाश लेने में सफल हुए।
बता दें कि 58 दिनों की अवधि के दौरान दिल्ली/एनसीआर के विभिन्न क्षेत्रों से ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत मेट्रो पुलिस द्वारा 42 लापता बच्चों का पता लगाया गया, और उनके परिजनों को सौंपा गया है।