चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए जेम्स पी एलिसन और तसुकु होंजो को संयुक्त रूप से 2018 का नोबेल पुरस्कार दिए जाने का ऐलान किया गया है। दोनों वैज्ञानिकों ने संयुक्त रूप से कैंसर के इलाज में मददगार एक थेरेपी विकसित की है। ये थेरेपी कैंसर रोगियों के इलाज के लिए काफी मददगार है।
इस घोषणा के साथ ही नोबेल पुरस्कार की घोषणा शुरू कर दी गई है। हालांकि, इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिए जाने का फैसला किया गया है। पिछले 70 साल में पहली बार ऐसा है कि साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा।
बहरहाल, नोबेल पुरस्कारों में दिलचस्पी रखने वालों में इस बात पर चर्चा हो रही है कि प्रत्याशियों की बड़ी संख्या को देखते हुए चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, शांति और अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार किन लोगों को दिए जाएंगे।
गौरतलब है कि केवल जीवित लोगों को ही नोबेल पुरस्कार दिया जा सकता है, लेकिन तीन व्यक्ति ऐसे हैं जिन्हें मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया। सबसे पहले 1931 में एरिक एक्सल कार्लफेल्ट को साहित्य के लिए और फिर तीस साल बाद 1961 में डाग हामरशोल्ड को शांति पुरस्कार दिया गया। इन दोनों की मौत नामांकन और पुरस्कार दिए जाने के बीच हुई। तीसरी बार 1974 में फिर ऐसा हुआ तो उसके बाद से नियम ही बदल दिया गया था।
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