नई दिल्ली। दिल की पुलिस ‘दिल्ली पुलिस’ ने एक बार पुनः फर्ज व इंसानियत की एक उत्कृष्ट मिसाल पेश कर साबित कर दिया, कि वह ‘दिल की पुलिस’ है।
आउटर नॉर्थ दिल्ली के नरेला थाने के SHO इंस्पेक्टर उमेश शर्मा को सूचना मिली कि उनके इलाके में स्थित एक अस्पताल में एक महिला का शव पड़ा है, जिसकी मौत इलाज के दौरान कोरोना से हो गई। लेकिन अंतिम संस्कार में मृतका के रिश्तेदार को सहयोग देने के लिये कोई शख्स तैयार नही है।
उपर्युक्त सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर उमेश शर्मा ने उसी समय संबद्ध इलाके के बीट अफसर कांस्टेबल अशोक व कांस्टेबल नवीन को मौके पर भेजा। कांस्टेबल अशोक व कांस्टेबल नवीन जब मौके पर पहुंचे, तो वहां मृतका का रिश्तेदार मिला। रिश्तेदार ने अपनी पीड़ा बताते हुए उक्त दोनों पुलिसकर्मियों से शव के अंतिम संस्कार में सहयोग की मांग की
फिर कांस्टेबल अशोक व कांस्टेबल नवीन ने अपनी सुरक्षा को दरकिनार कर अपना कंधा आगे बढ़ाया, उन दोनों पुलिसकर्मियों ने ऑन ड्यूटी अर्थी को श्मशान घाट पर ले जाकर उसका अंतिम संस्कार कराया।
कोटि कोटि धन्यवाद दिल्ली पुलिस व ऐसे जांबाज पुलिसकर्मियों को, जो फर्ज व इंसानियत के शानदार मिसाल हैं।