दिल्ली: राजधानी में सक्रिय शातिर ‘हाईवे लुटेरा गिरोह’ का मास्टरमाइंड मोहम्मद कयूम धरा गया, अलीपुर थाने के SHO इंस्पेक्टर संजीव कुमार की टीम की कामयाबी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने अलीपुर इलाके में घटित सनसनीखेज लूट/हत्या-प्रयास के मामले का मात्र छह घंटे के अंदर खुलासा करते हुए, दिल्ली एनसीआर में सक्रिय शातिर हाईवे लुटेरा मोहम्मद कयूम को उसके एक नाबालिग सहयोगी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से वारदात में इस्तेमाल एक रस्सी, शव को डंप करने में इस्तेमाल एक बैग व पीड़ित की एक मोबाइल फोन की बरामदगी के साथ, इनसे कई सनसनीखेज मामलों के खुलासे की खबर भी आ रही है। निःसंदेह यह दिल्ली पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है।

SHO इंस्पेक्टर संजीव कुमार(Ps अलीपुर)

यह कामयाबी मिली है, समयपुर बादली सब डिवीजन के ACP विवेक भगत के मार्गदर्शन, अलीपुर थाने के SHO इंस्पेक्टर संजीव कुमार के निर्देशन व इंस्पेक्टर राजीव कुमार के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम को। पुलिस टीम में सब इंस्पेक्टर प्रवेश वत्स, सब इंस्पेक्टर दीपक, हेड कांस्टेबल सत्येंद्र, कांस्टेबल सिद्धार्थ, विक्रमजीत व सुनील डागर शामिल थे। पुलिस टीम ने इस गिरोह का खुलासा किया है। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद।

पुलिस टीम की गिरफ्त में आरोपी

पकड़े गए मुख्य आरोपी/गिरोह सरगना की पहचान 23 वर्षीय मोहम्मद कयूम, पुत्र रियाजुद्दीन, निवासी आराम पार्क, खजूरी खास (दिल्ली) के रूप में हुई है।
बता दें कि इस गिरोह ने 30 अप्रैल को अलीपुर इलाके में स्थित शनि मंदिर के पास एक टैक्सी ड्राइवर पर जानलेवा हमला कर उसकी टैक्सी लूट की कोशिश की थी। इसके बाद इस बाबत टैक्सी ड्राइवर पीड़ित मनीष के बयान पर अलीपुर थाने में दो अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
वारदात के लिए गिरोह के सदस्य दूरस्थ व सुनसान इलाके के लिये फेक मोबाइल नंबर से टैक्सी बुक करते थे। फिर रास्ते मे सुनसान जगह देखकर टैक्सी ड्राइवर पर जानलेवा हमला कर या उसकी हत्या कर टैक्सी लूट लेते थे। इसके बाद यह अपने शिकार के शव को सुनसान जगह देखकर वहां डंप कर देते थे।
बहरहाल पुलिस टीम की तफ्तीश जारी है। मामले में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, ऐसा सूत्र का कहना है।